Varanasi : श्री हरिश्चन्द्र पीजी कॉलेज में सात दिवसीय अनिश्चितकालीन धरना समाप्त, प्रशासन ने लिखित आश्वासन दिया

Shekhar pandey
वाराणसी। महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ से सम्बद्ध श्री हरिश्चन्द्र स्नातकोत्तर महाविद्यालय, वाराणसी के विधि विभाग में व्याप्त अव्यवस्थाओं के खिलाफ छात्रों द्वारा चलाया जा रहा अनिश्चितकालीन धरना आज सातवें दिन, 17 अप्रैल 2025 को समाप्त हो गया। आंदोलनकारी छात्रों को कॉलेज प्रशासन द्वारा लिखित आश्वासन दिए जाने के बाद धरना समाप्त किया गया।
छात्रों का आरोप था कि वर्ष 1958 से संचालित विधि विभाग में अब तक मूट कोर्ट की स्थापना नहीं की गई थी। इसके अतिरिक्त विभाग में कंप्यूटर लैब, छात्रों के लिए कॉमन रूम जैसी मूलभूत सुविधाओं का भी अभाव था। छात्रों ने यह भी आरोप लगाया कि वर्ष 2009-2010 से लेकर वर्तमान शैक्षणिक सत्र तक उपाधि शुल्क लिए जाने के बावजूद उन्हें डिग्रियां प्रदान नहीं की गईं, जिससे संभावित वित्तीय अनियमितताओं की आशंका जताई गई और उच्च स्तरीय जांच की मांग की गई।
धरना 11 अप्रैल से प्रारंभ हुआ था, जो आज सातवें दिन तब समाप्त हुआ जब महाविद्यालय प्रशासन एवं विधि विभाग की ओर से छात्रों को सभी मांगों को छह माह के भीतर पूरा करने तथा डिग्री वितरण संबंधी समस्याओं का एक माह के अंदर समाधान करने का लिखित आश्वासन दिया गया। धरना स्थल पर महाविद्यालय के प्राचार्य द्वारा जूस पिलाकर आंदोलन का शांतिपूर्ण समापन कराया गया।
मुख्य आंदोलनकारियों में शिवम पटेल, सर्वेश तिवारी, विशाल सिंह, विवेक कुमार, अतुल सेठ, विपुल सेठ, अमन गुप्ता तथा छात्रगण में बृजनंदन सिंह, राकेश कुमार पटेल, बालेंदु गुप्ता आदि प्रमुख रूप से शामिल रहे।
आंदोलनकारियों ने स्पष्ट किया कि यदि छह माह की अवधि में उनकी मांगों को पूरा नहीं किया गया तो वे पुनः आंदोलन करने को बाध्य होंगे।