“वाराणसी में यातायात सुधार हेतु बृहद गोष्ठी: ई-रिक्शा मैनेजमेंट प्लान के तहत शहर चार जोनों में विभाजित”

वाराणसी। कमिश्नरेट में अपर पुलिस आयुक्त कानून एवं व्यवस्था के निर्देशन में शहर की यातायात व्यवस्था में सुधार हेतु यातायात लाइन सभागार में एक बृहद गोष्ठी का आयोजन किया गया। इस गोष्ठी में पुलिस उपायुक्त यातायात, अपर पुलिस उपायुक्त यातायात, समस्त सर्किल प्रभारी, ऑटो/ई-रिक्शा यूनियन के पदाधिकारी एवं चालक, प्रिंट और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के प्रतिनिधि, यूट्यूबर, इंफ्लुएंसर, जनप्रतिनिधि, व्यापार मंडल के पदाधिकारी और जनसामान्य उपस्थित रहे।
कार्यक्रम का शुभारंभ करते हुए अपर पुलिस उपायुक्त यातायात ने “ई-रिक्शा मैनेजमेंट प्लान” के तहत वाराणसी शहर को चार जोन में विभाजित करने की योजना प्रस्तुत की। इसके अंतर्गत शहर में पंजीकृत 26,340 ई-रिक्शा को उनके रजिस्ट्रेशन पते के अनुसार अलग-अलग जोन में चलाने के लिए कलर कोड और बारकोड की व्यवस्था की जाएगी। इस योजना के अंतर्गत चार रूट तय किए गए।

रूट नंबर 01 (लाल कलर कोड) – कोतवाली, जैतपुरा, और आदमपुर थाना क्षेत्रों के पते पर पंजीकृत वाहन: कुल ई-रिक्शा की संख्या 5071।
रूट नंबर 02 (पौला कलर कोड) – चेतगंज, लक्सा, चौक, दशाश्वमेध, और सिगरा थाना क्षेत्रों के पते पर पंजीकृत वाहन: कुल ई-रिक्शा की संख्या 3362।
रूट नंबर 03 (हरा कलर कोड) – भेलूपुर थाना क्षेत्र के पते पर पंजीकृत वाहन: कुल ई-रिक्शा की संख्या 2786।
रूट नंबर 04 (नीला कलर कोड) – लंका और चितईपुर थाना क्षेत्रों के पते पर पंजीकृत वाहन: कुल ई-रिक्शा की संख्या 2507।
व्यापार मंडल के अध्यक्ष और उपाध्यक्ष ने यातायात से जुड़ी विभिन्न समस्याओं पर ध्यान आकर्षित किया, जैसे नाबालिगों द्वारा ई-रिक्शा का संचालन, नियमों का उल्लंघन, चालक द्वारा यात्रियों के साथ लूट-पाट और अन्य असामाजिक गतिविधियाँ। उन्होंने वाहन में बड़े हार्न लगाने और अश्लील गाने बजाने की समस्याओं पर भी चर्चा की।

ऑटो और ई-रिक्शा यूनियन के पदाधिकारियों ने शहर में यातायात को सुगम बनाने के लिए सुझाव दिए, जिनमें सड़क के मध्य डिवाइडर बनाने, बाहरी ई-रिक्शाओं द्वारा जाम लगाने की समस्या, नगर निगम द्वारा स्टैंड न बनाए जाने, और नए ई-रिक्शा के रजिस्ट्रेशन को बंद करने जैसे मुद्दों पर ध्यान देने का आग्रह किया गया।
मीडिया प्रतिनिधियों ने भी अपनी चिंताओं को साझा किया, जिनमें मुख्य रूप से ई-रिक्शा चालकों द्वारा हेडलाइट न जलाना और नाबालिगों द्वारा वाहन चलाए जाने की समस्या शामिल थी।
कार्यक्रम के समापन पर अपर पुलिस आयुक्त (कानून एवं व्यवस्था) ने शहर की स्वच्छता और यातायात सुधार के लिए सभी से सहयोग का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि ई-रिक्शा रूट निर्धारण योजना शहर के यातायात में सकारात्मक बदलाव लाने में मदद करेगी, और इसे सभी ने सहर्ष स्वीकार किया।