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बीते कुछ दिनों में भारत से फिलीपींस तक गर्मी की खतरनाक लहर

ढाका । दक्षिण पूर्व एशिया में इस समय गर्मी की खतरनाक लहर चल रही है। इससे गर्मी से संबंधित बीमारियों और मौतों में काफी ज्यादा तेजी आई है। बीते कुछ दिनों में भारत से फिलीपींस तक बढ़ा है। मौसम विज्ञानी मैक्सिमिलियानो हरेरा ने एक्स पर लिखा है कि पूरे एशिया में तापमान कई पुराने रिकॉर्ड तोड़ रहा है, जो विश्व जलवायु इतिहास में अब तक की सबसे चरम घटना है। वॉशिंगन पोस्ट की रिपोर्ट के मुताबिक, अप्रैल के आखिरी हफ्ते में एशिया ने भीषण गर्मी देखी और मई के शुरुआत दिनों में भी इसके जारी रहने की संभावना है। दक्षिण एशिया के कई इलाकों में मार्च से ही तापमान सामान्य से ऊपर बना हुआ है। फिलीपींस में 1.4 करोड़ लोगों की आबादी वाले मनीला में बीते शनिवार को अब तक का उच्चतम तापमान 38.8 सेल्सियस दर्ज किया गया। बांग्लादेश, भारत, चीन में भी गर्मी रंग दिखा रही है।

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बांग्लादेश में अप्रैल के आखिरी सप्ताह में गर्मी के चलते स्कूलों को बंद करना पड़ा।देश में तापमान 43 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया। मंगलवार को बांग्लादेश में उच्च तापमान 43.8 C था। चीन के हालात भी इसी तरह के हैं। दक्षिण-पश्चिमी चीन के युन्नान प्रान्त में अप्रैल में देश का उच्चतम तापमान 43.4 सेल्सियस रहा। हैनान प्रांत में तापमान 42.8 सेल्सियस तक पहुंचा, जो हैनान के लिए अब तक का उच्चतम तापमान है।
भारत कई हिस्सों में भीषण गर्मी है। खासतौर से कोलकाता में अप्रैल की सबसे लंबी गर्मी की लहर महसूस की गई है।

भारत मौसम विज्ञान विभाग ने 2 मई तक कोलकाता और आसपास के क्षेत्रों के लिए अत्यधिक गर्मी के लिए कोड रेड घोषित किया।वाशिंगटन पोस्ट और कार्बनप्लान ने जलवायु डेटा के विश्लेषण के अनुसार कहा है कि भारत 2030 तक उच्च तापमान के लिहाज से दुनिया का सबसे संवेदनशील देश होगा। जापान में दक्षिण से उत्तर तक गर्मी के नए रिकॉर्ड बने हैं। लाओस में अप्रैल का राष्ट्रीय रिकॉर्ड शुक्रवार को बना, जब नगोन में तापमान 43.2 C तक पहुंच गया। म्यांमार में पारा 46 डिग्री सेल्सियस तक बढ़ गया है। फिलीपींस में मनीला खाड़ी के सांगली प्वाइंट पर भी न्यूनतम तापमान 30.2 सेल्सियस दर्ज किया गया, जो देश के इतिहास में रात का सबसे ज्यादा तापमान है।

इसके चलते स्कूल बंद कर दिए गए हैं। थाईलैंड में भी भीषण गर्मी देखी जा रही है। रविवार को कई शहर सर्वकालिक रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंच गए। वियतनाम में मंगलवार को अप्रैल का उच्चतम तापमान दर्ज किया गया। तुओंग डुओंग 44 C तक पहुंच गया। एरिजोना विश्वविद्यालय में मौसम विज्ञान के प्रोफेसर किम वुड का कहना है कि इस गर्मी के पीछे की एक अहम वजह असामान्य रूप से समुद्र के पानी का गर्म होना है। उनका कहना है कि कुछ स्थानों पर गर्मी कुछ समय के लिए कम हो सकती है लेकिन औसत से ज्यादा तापमान बना रहेगा।

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