
नई दिल्ली । प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने मंगलवार को दिल्ली, हैदराबाद, मुंबई, कुरूक्षेत्र और कोलकाता में कई जगह पर छापे मार कर 254 करोड़ रुपए जब्त की है । टीम मकरियनियन शिपिंग एंड लॉजिस्टिक्स प्राइवेट लिमिटेड और इसके डायरेक्टर्स विजय कुमार शुक्ला और संजय गोस्वामी और संबंधित संस्थाओं लक्ष्मीटन मैरीटाइम के परिसरों पर रेड डाली। इस रेड के दौरान ईडी ने वॉशिंग मशीन से करोड़ों के कैश बरामद किए हैं। लेकिन ये ऐसा कोई पहला मामला नहीं है। देश के धनकुबेरों के खजाने पहले भी कई बार खुल चुके हैं।उत्तर प्रदेश के कन्नौज में कारोबारी पीयूष जैन के यहां छापेमारी की गई थी। उसने घर में अलग-अलग जगह पर छुपाकर नोट रखे गए थे। जब सारे नोट इकट्ठा कर गिने गए तो कुल रकम बनी 194 करोड़ निकली थी।। इसके अलावा 23 किलो सोना भी बरामद किया गया था।पिछले साल अक्टूबर महीने में कर्नाटक के एक ठेकेदार के घर आयकर विभाग ने छापा मारा। अधिकारियों को घर के अंदर बड़े-बड़े कार्टन नजर आए। वुडन कार्टन को खोला गया तो उसके अंदर सैकड़ों नोटों की गड्डियां। 100, 200,500 हर तरह के नोट इस कार्टन में छिपाकर रखे गए थे। इन नोटों को गिनने में कई घंटे लग गए।मध्य प्रदेश के चिकित्सा शिक्षा विभाग में क्लर्क हीरो केसवानी के घर पर पर साल 2023 में छापेमारी की गई थी। उसने घर में अलग-अलग जगह पर छुपाकर रखे गए थे। इस रेड में करोड़ों रुपये बरामद किए गए थे। इस करोड़पति क्लर्क की सैलरी मात्र 50000 रुपये थी, लेकिन घर से करोड़ों की संपत्ति के दस्तावेज और 85 लाख रुपये कैश बरामद किया गया। ईडी ने कहा कि इसने विदेशी मुद्रा कानून के कथित उल्लंघन के एक मामले के सिलसिले में विभिन्न शहरों में तलाशी के दौरान 254 करोड़ नकदी जब्त की गई है।