Varanàsi : जानलेवा चाइनीज मांझे का बहिष्कार करें: स्वामी प्रेम स्वरूप दास

वाराणसी। आगामी मकर संक्रांति के अवसर पर पतंगबाजी का उत्सव मनाने के दौरान प्रतिबंधित और खतरनाक चाइनीज मांझे का उपयोग न करने की अपील की गई है। मछोदरी स्थित स्वामीनारायण मंदिर के महंत स्वामी प्रेम स्वरूप दास के आह्वान पर सामाजिक संस्था सुबह-ए-बनारस क्लब द्वारा जनजागरूकता अभियान चलाया गया।
यह अभियान सरस्वती इंटरमीडिएट कॉलेज, सुड़िया के परिसर में आयोजित किया गया, जिसमें संस्था के अध्यक्ष मुकेश जायसवाल, लक्ष्मी नर्सिंग कॉलेज एंड हॉस्पिटल के प्रबंध निदेशक डॉ. अशोक कुमार राय, कॉलेज के प्रधानाचार्य डॉ. अखिलेंद्र त्रिपाठी, उपाध्यक्ष अनिल केसरी, और अन्य गणमान्य व्यक्तियों ने भाग लिया। सैकड़ों छात्र-छात्राओं ने हाथों में बैनर और पतंग लेकर चाइनीज मांझे का बहिष्कार करने का संदेश दिया।
संस्था के वक्ताओं का संदेश:
संस्था के अध्यक्ष मुकेश जायसवाल और अन्य वक्ताओं ने कहा कि पतंग उड़ाने का आनंद सदियों पुरानी परंपरा है, लेकिन जानलेवा चाइनीज मांझे का उपयोग इस परंपरा को खतरे में डाल रहा है। इस मांझे से न केवल इंसानों बल्कि बेजुबान पशु-पक्षियों को भी गंभीर नुकसान हो रहा है। उन्होंने जनता से अपील की कि स्वदेशी मांझे का उपयोग करें और मानवता का सम्मान करें।
चाइनीज मांझे का खतरा:
प्रतिबंधित मांझे के कारण अब तक कई मासूम बच्चे, युवक, और वृद्ध अपनी जान गंवा चुके हैं। बेजुबान पशु-पक्षियों की मौतों और घायलों की संख्या अनगिनत है। मीडिया और सोशल मीडिया पर ऐसे हादसों की खबरें लगातार आती रहती हैं।
कार्यक्रम में सहभागिता:
इस जागरूकता अभियान में मुख्य रूप से डॉ. अशोक कुमार राय, डॉ. अखिलेंद्र त्रिपाठी, अनिल केसरी, नंद कुमार (टोपी वाले), कमलेश सिंह, गणेश सिंह, श्याम दास गुजराती, ललित गुजराती, और बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएं शामिल हुए।
अपील:
सभी पतंग प्रेमियों और नागरिकों से अपील है कि चाइनीज मांझे का परित्याग करें और अपने शौक को सुरक्षित और स्वदेशी मांझे के माध्यम से पूरा करें। इससे न केवल आप सुरक्षित रहेंगे बल्कि पशु-पक्षियों का जीवन भी संरक्षित होगा।