उत्तर प्रदेशवाराणसी

Varanasi : अंजनी सुत के जन्मोत्सव पर भगवामय हुआ काशी का दक्षिणी छोर, 20,000 से अधिक श्रद्धालुओं ने लिया भाग

वाराणसी, 12 अप्रैल 2025।
हनुमान जयंती के पावन अवसर पर श्री हनुमत सेवा समिति, नेवादा द्वारा आयोजित श्री हनुमान ध्वजा यात्रा ने काशी के दक्षिणी छोर को भक्ति और उत्सव के रंग में रंग दिया। इस ऐतिहासिक यात्रा का यह 22वां वर्ष था, जिसमें सात राज्यों सहित पूर्वांचल भर से आए 20,000 से अधिक श्रद्धालुओं ने भाग लिया।

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तीन किलोमीटर लंबी ध्वजायात्रा में बजी भक्ति की डम-डम

भिखारीपुर तिराहे से यात्रा का शुभारंभ हुआ, जहाँ भास्कर भगवान की लालिमा संग 11 ब्राह्मण बटुकों ने षोडशोपचार पूजन व आरती कर कार्यक्रम की शुरुआत की। 100 से अधिक डमरुओं की गूंज, जय श्रीराम और हर हर महादेव के घोष से वातावरण गूंजायमान हो उठा। यहाँ से मुख्य ध्वजा नेवादा कार्यालय पहुँची, जहाँ 40 फीट लंबे रथ पर राम दरबार की झांकी की आरती के साथ यात्रा संकट मोचन दरबार की ओर प्रस्थान कर गई।

भक्ति, श्रद्धा और सामाजिक संदेश से परिपूर्ण यात्रा

श्रद्धालुओं के हाथों में लाल-केसरिया ध्वज, मुख से गूंजते राम नाम, 2200 भक्तों की हाथों में गदा, और हनुमान स्वरूप धरे भक्त इस यात्रा के मुख्य आकर्षण रहे। 21 फीट लंबी गदा और विशाल त्रिशूल श्रद्धालुओं के आकर्षण का केंद्र बने। तेज धूप में भी नंगे पांव चल रही महिला भक्तों का समूह भक्ति की पराकाष्ठा का उदाहरण बना।

आस्था में सामाजिक चेतना—मांस-मदिरा मुक्त काशी का आह्वान

यात्रा की शुरुआत में श्रद्धालुओं को “काशी को मांस-मदिरा मुक्त बनाने” की शपथ दिलाई गई। “अभियान पवित्र काशी” के समर्थन में एक विशेष झांकी भी सजाई गई, जिसमें शिव की नगरी को शुद्ध और सात्विक बनाए रखने का संदेश दिया गया।

हर कोने से आईं झांकियां और सेवा के 200 से अधिक स्टॉल

शहर और ग्रामीण क्षेत्रों से आई दर्जनों भव्य झांकियों ने यात्रा को और भी रंगीन बना दिया। समिति के आठ सब-कार्यालयों—रामसिंहपुर, अदलपुरा, कोनियां, शिवरतनपुर, लखरांव, बजरडीहा और डाफी—की झांकियों ने भी विशेष भागीदारी निभाई। भक्तों की सेवा में लगे 200 से अधिक स्टॉलों पर फल, मिठाई, जूस, छाछ, लस्सी, फलों के साथ ड्राईफ्रूट और शीतल पेय की व्यवस्था की गई थी।

1001 किलो लड्डू का भोग और सामूहिक चालीसा पाठ

श्री संकट मोचन दरबार में पहुंचने पर सामूहिक हनुमान चालीसा पाठ का आयोजन किया गया। यात्रा के समापन पर श्रद्धालुओं में 1001 किलोग्राम लड्डू का प्रसाद वितरित किया गया।

विशिष्ट जनों और संतों की उपस्थिति

यात्रा की अगुवाई शहर के प्रमुख संत-महंत, बैरागी, दंडी स्वामी, वैष्णव और शैव परंपरा के प्रतिनिधियों ने की।
इस आयोजन में समिति अध्यक्ष रामबली मौर्य, कोषाध्यक्ष अजय मौर्य, संरक्षक डॉ. संतोष ओझा, त्रिभुवन मौर्य, संकटमोचन मौर्य, तारकेश्वर नाथ कुशवाहा, ओमप्रकाश वर्मा, अशोक गुप्ता, बबलू सिंह और रामदयाल प्रजापति प्रमुख रूप से उपस्थित रहे।

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