माघ मेला में थल ही नहीं ,बल्कि जल में भी सुरक्षा के तगड़े इंतजाम

प्रयागराज । आगामी माघ मेला में थल ही नहीं, बल्कि जल में भी सुरक्षा के तगड़े इंतजाम किए गए हैं। यहां स्कूटर स्पीड बोट के साथ-साथ रिमोट लाइफबॉय व लाइफगार्ड जैसे उपकरणों की व्यवस्था की गई है, जिससे किसी हादसे की स्थिति में पलक झपकते ही स्नानार्थियों की जान बचाई जा सकेगी।स्नानार्थियों की सुरक्षा को लेकर 800 जवानों की तैनाती जल पुलिस के नेतृत्व में इस बार माघ मेले में जवानों ने मेले में मोर्चा संभाल लिया है और नदी में होने वाले हादसों को रोकने के लिए मुस्तैद हो गए हैं। जल पुलिस के साथ ही एनडीआरएफ व एसडीआरएफ की छह टीमों ने भी मोर्चा संभाल लिया है। दोनों दलों के एक-एक कैंप संगम घाट,जबकि बेस कैंप अरैल क्षेत्र में बनाए गए हैं। इसके अलावा पीएसी बाढ़ राहत दल की पांच कंपनियां भी मेला क्षेत्र में मुस्तैद कर दी गई हैं। किला घाट के पास स्थित वीआईपी घाट के पास जल पुलिस थाने के ठीक बगल में पीएसी बाढ़ राहत दल का कैंप बनाया गया है। इसके अलावा पीएसी बाढ़ राहत दल की पांच कंपनियां भी मेला क्षेत्र में मुस्तैद कर दी गई हैं। किला घाट के पास स्थित वीआईपी घाट के पास जल पुलिस थाने के ठीक बगल में पीएसी बाढ़ राहत दल का कैंप बनाया गया है।जल पुलिस प्रभारी जनार्दन प्रताप साहनी लगातार अपनी टीम के साथ मौजूद रहकर हादसों को रोकने के लिए मुस्तैद हैं। उन्होंने स्नानार्थियों व श्रद्धालुओं से यह अपील की कि नाव पर बैठने के दौरान वह लाइफ जैकेट जरूर पहनें। डॉ.राजीव नारायण मिश्र, डीआईजी/एसएसपी माघ मेलास्नान घाटों पर नहाने, नाव से घूमने के दौरान हादसों को रोकने व राहत कार्य के लिए पर्याप्त सुरक्षा इंतजाम किए गए हैं। जवानों को मुस्तैद कर दिया गया है। नाविकों को निर्देशित किया गया है कि नाव पर बैठने वाले हर श्रद्धाुल को लाइफ जैकेट पहनाना हर हाल में सुनिश्चित किया जाए।