प्रांतीय वैश्य प्रतिनिधि सम्मेलन-2024 ,वैश्य समाज के इतिहास में मील का पत्थर साबित होगा-अरविंद गांधी

वाराणसी। भारतीय वैश्य चेतना महासभा, नई दिल्ली के राष्ट्रीय अध्यक्ष अरविंद गांधी एडवोकेट ने शुक्रवार को पराड़कर स्मृति भवन में पत्रकार वार्ता कक्ष में पत्र प्रतिनिधियों से वार्ता करते हुए बताया कि वाराणसी में भारतीय वैश्य चेतना महासभा, उ०प्र० के तत्वाधान में वाराणसी मण्डल, जिला एवं महानगर संगठन द्वारा आगामी 07 जनवरी 2024, रविवार को सुबह 10 बजे भक्त कर्मा वाई स्कूल, नाटी इमली. वाराणसी में “प्रांतीय वैश्य प्रतिनिधि सम्मेलन” होने जा रहा है। यह सम्मेलन वैश्य समाज के इतिहास में मील का पत्थर साबित होगा, क्योंकि इस कार्यक्रम के पहले वैश्य समाज को संगठित करने के लिए इतने वैश्य जाति एवं उपजाति के संगठन के पदाधिकारी और नेता कभी शामिल नहीं हुए हैं जितना कि 07 जनवरी 2024 के सम्मलेन में होंगे, इस कार्यक्रम में उत्तर प्रदेश के विभिन्न जनपदों से संगठन के पदाधिकारी एवं विभिन्न उपजातियों के नेता शामिल भी होंगे। श्री गांधी ने बताया कि प्रांतीय वैश्य प्रतिनिधि सम्मेलन-2024 का मुख्य मिशन है कि वैश्य जाति के उपजाति के लोग आपस में बेटी और रोटी का संबंध कायम करें, इसीलिए संगठन ने नारा दिया है “टाइटल तोड़ो, समाज जोड़ो। इस कार्यक्रम में सामाजिक और राजनीतिक एजेंडा पर भी चर्चा होगा और उसे सर्वसम्मत से पारित किया जाएगा, जिस पर संगठन कार्य करेगा। श्री गांधी ने आगे कहा कि इस कार्यक्रम में वैश्य समाज के प्रतिभावान व्यक्ति और वैश्य समाज के उपजाति के वे व्यक्ति जो आपस में विवाह किए हैं उनको भी सम्मानित किया जाएगा। वैश्य उपजातियों द्वारा आपस में विवाह करने से क्या लाभ होगा? यह भी बताया जाएगा। संगठन के विस्तार और समाज के हित में महत्वपूर्ण फैसला लिया जाएगा, साथ ही साथ उपस्थित सभी उपजातियों के पदाधिकारीयों के द्वारा एक संयुक्त घोषणा-पत्र भी जारी किया जाएगा । पत्रकार वार्ता में प्रमुख रूप से प्रदेश अध्यक्ष सतीश गांधी, युवा प्रदेश अध्यक्ष प्रदीप जायसवाल, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष विनोद कुमार साहू, प्रदेश उपाध्यक्ष आशीष साहू, जिला प्रभारी आनंद गुप्ता, महानगर अध्यक्ष अनिल जायसवाल आदि लोग उपस्थित रहे।