वाराणसी में विजयदशमी का उल्लास: रावण दहन और मेले की धूम

वाराणसी। विजयदशमी का पर्व पूरे उत्साह और धूमधाम से मनाया गया। शहर के प्रमुख स्थानों पर रावण दहन की लीलाएं आयोजित की गईं, जिसमें बरेका मैदान, मलदहिया चौराहा, चौकाघाट और अन्य कई स्थान शामिल थे। सुबह से ही इन क्षेत्रों में चहल-पहल शुरू हो गई थी, और लोग रावण के विशालकाय पुतले को देखने के लिए एकत्रित होने लगे।
बरेका मैदान में पूर्वांचल का सबसे ऊंचा रावण का पुतला तैयार किया गया था, जबकि मलदहिया चौराहा पर लगभग 75 वर्षों से रावण दहन की परंपरा चली आ रही है। दोपहर से ही लोगों की भीड़ मलदहिया चौराहे पर जुटने लगी थी, और शाम होते ही वहां हजारों की संख्या में लोग इकट्ठा हो गए।

रावण दहन से पहले मंच पर अतिथियों ने लीला में भाग लेने वाले कलाकारों को सम्मानित किया, जिसके बाद राम और रावण के युद्ध का मंचन हुआ। युद्ध के बाद, रावण के पुतले का दहन किया गया, जो कुछ ही पलों में जलकर राख हो गया। इस दौरान “जय श्री राम” के उद्घोष से वातावरण गूंज उठा, और लोगों ने एक-दूसरे को विजयदशमी की बधाइयां दीं।
मेले का आयोजन भी किया गया था, जिसमें खाने-पीने के स्टॉल और खिलौनों की दुकानें सजी थीं। पूरे क्षेत्र में भारी भीड़ उमड़ी रही, और प्रशासन ने सुरक्षा व्यवस्था को सुनिश्चित करने के लिए बड़ी संख्या में पुलिसकर्मियों को तैनात किया था।