Varanasi : श्री काशी विश्वनाथ धाम में श्रावण मास के अंतिम सोमवार सकुशल संपन्न

Shekhar pandey
वाराणसी, निष्पक्ष काशी । श्रावण मास के अंतिम सोमवार को सकुशल समापन के पश्चात् श्री काशी विश्वनाथ धाम में पुनः एक दिव्य आयोजन संपन्न हुआ। ज्ञातव्य है कि गत रविवार दिनांक 03 अगस्त 2025 श्रावण के अंतिम सोमवार की पूर्व संध्या पर व्यवस्था के व्यापक निरीक्षण के पश्चात् श्री काशी विश्वनाथ मंदिर न्यास के कार्यपालक समिति अध्यक्ष एवं मंडलायुक्त वाराणसी एस राजलिंगम द्वारा पवित्र त्रिवेणी संगम ले लाए गए त्रिवेणी जल से श्री विश्वेश्वर का षोडशोपचार पंचामृत अभिषेक कर पूर्ण श्रावण मास पर्व के सकुशल संपन्न होने की कामना महादेव से की गयी यह कामना पूर्ण भी हुयी। समस्त श्रावण पर्व सहित अंतिम सोमवार भी इस पर्व की सर्वाधिक श्रद्धालु संख्या के दर्शन लाभ का साक्षी बना और किसी भी प्रकार की असंतोषजनक स्थिति नहीं सामने आयी। श्री काशी विश्वनाथ मंदिर न्यास द्वारा संबंधित तीनों सुरक्षा एजेंसीज पुलिस, सीआरपीएफ, पीएसी सहित राहत एवं बचाव एजेंसीज यथा एनडीआरएफ, अग्नि सुरक्षा, एसडीआरएफ तथा अन्य विभागों यथा नगर निगम, विद्युत, स्वास्थ्य इत्यादि से समन्वय कर तैयार की गयी एसओपी महाकुम्भ के पलट प्रवाह के समान ही इस श्रावण मास में भी श्रद्धालुओं की बड़ी संख्या के सुनियोजित प्रबंधन में सफल सिद्ध रही।
यह भी विशेष रूप से उल्लेखनीय है कि श्री काशी विश्वनाथ मंदिर न्यास द्वारा महाकुम्भ की अवधि में एक विशेष कुंभेश्वर महादेव की स्थापना संगम तट पर कर सेवा कार्य भी किये गए थे। उक्त समय से श्री काशी विश्वेश्वर से जुड़े प्रयाग के स्वयंसेवक भक्त श्री मनोज कुमार उपाध्याय रमेश चंद्र ओझा, कुलदीप नारायण पांडेय एवं राम मनोहर द्विवेदी ने उक्त शिविर में महत्वपूर्ण योगदान किया था। आज यह सभी चार श्रद्धालु संगम त्रिवेणी का जल प्रयागराज से ले कर श्री काशी विश्वनाथ धाम आये तथा सकुशल चारों श्रावण सोमवार के आयोजन के पश्चात् महादेव के जलाभिषेक कर कृतज्ञता अर्पण का भाव प्रकट किया। श्री काशी विश्वनाथ मंदिर प्रशासन ने इन चार की भावनाओं को समस्त काशी, प्रयाग एवं सम्पूर्ण सनातन श्रद्धा की अभिव्यक्ति के रूप में स्वीकार करते हुए इन्ही भक्तजनों के कर कमलों से यह अभिषेक संपन्न कराने की व्यवस्था बनायी। श्री काशी विश्वनाथ मंदिर न्यास सभी श्रद्धालुओं को शुभकामनाएं प्रेषित करते हुए यह अनुरोध भी करता है कि प्लास्टिक मुक्त धाम बनाने में सभी श्रद्धालु अपना पूरा सहयोग एवं प्रतिभाग अवश्य प्रदान करें।