
नई दिल्ली । क्राइम ब्रांच की साइबर टीम ने कैंसर और डायबिटीज की नकली-प्रतिबंधित दवा को बेचने वालो का भंडाफोड़ करते हुए चार लोगो को गिरफ्तार कर बड़ी कामयाबी हासिल की हैं। क्राइम ब्रांच ने उपरोक्त लोगो के कब्जे से करीब चार करोड़ रुपये कीbप्रतिबंधित-नकली दवाएं बरामद की हैं। इनकी शिनाख्त सीरिया के मोनिर अहमद 54 वर्ष, नवीन आर्य 40 वर्ष सौरभ गर्ग 34 वर्ष और करण खनेजा 27 वर्ष के तौर पर हुई है। इन चारों को न्यायिक हिरासत में जेल भेजा गया है। इस संबंध में डीसीपी ,क्राइम, राकेश पावरिया के अनुसार इंस्पेक्टर प्रदीप सिंह को सूचना मिली थी कि दिल्ली एनसीआर के कुछ वेंडर-होलसेलर कैंसर के इलाज और लाइफ स्टाइल की नकली और प्रतिबंधित दवा बेच रहे हैं।
इसके जरिए मासूम लोगों के जीवन से खिलवाड़ कर रहे हैं। इसका खुलासा करने के लिए एसीपी प्रभात सिन्हा की देखरेख में इंस्पेक्टर प्रदीप सिंह, एसआई गुलशन, एएसआई सत्यपाल, हेड कॉन्स्टेबल रजत और हितेन की टीम बनाई गई। इन्हें दिल्ली सरकार के ड्रग डिपार्टमेंट और फार्मा कंपनियों के अधिकारियों के साथ तीन हिस्सों में बांट कर 4 अप्रैल 2024 को छापेमारी की गई।एक टीम ने भागीरथ पैलेस स्थित मैसर्स श्रीराम इंटरनैशनल ट्रेडर्स के छापा मारा। यहां से डेढ़ करोड़ रुपये की कई संदिग्ध इंपोर्टेड ड्रग का स्टॉक बरामद किया। ड्रग इंस्पेक्टर ने सैंपल लिए।
इससे खुलासा हुआ कि दुकान मालिक नकली और अनरजिस्टर्ड जवीन रक्षक दवाइयां बेच रहा था। दूसरी टीम ने दरियागंज स्थित टेरी वाइट लाइफ केयर पर रेड की, जहां से 2.5 करोड़ की अवैध दवा जब्त की गई। इसे भारत में अनऑथराइज्ड तरीके से बेचा जा रहा था। पुलिस ने कई धाराओं में केस दर्ज कर लिया गया। जांच में पता चला कि विदेशी नागरिकों की मिलीभगत से ये सिंडिकेट चल रहा है।इसी दौरान खबर आई कि सीरिया का एक नागरिक नकली दवाइयों की डील करने दिल्ली आ रहा है। नई दिल्ली रेलवे स्टेशन से 14 मई 2024 को मोनिर अहमद को दबोच लिया गया। पूछताछ में खुलासा हुआ कि टर्की, इजिप्ट और भारत के बीच इन मेडिसन की सप्लाई में वो करियर का काम करता है। ये टर्की और इजिप्ट की दवाइयों को भारत तो भारत में बिकने वाली ड्रग को वहां ले जाता है।
इससे फोन, सीरिया और इजिप्ट के पासपोर्ट, दोनों देशों के रेजिडेंट कार्ड बरामद किए हैं। पूरे सिंडिकेट का सरगना एक विदेशी नागरिक पाया गया, जो इजिप्ट से ऑपरेट कर रहा है। बता दे कि नवीन आर्य , पीएचडी और एलएलएम की डिग्रीधारी ये शख्स चार साल से श्रीराम इंटरनैशनल ट्रेडर नाम से दुकान चला रहा था। पूछताछ में खुलासा किया कि ये जब्त मेडिसन को मेडिकल रिप्रजेंटेटिव से बगैर बिल के लेता था, ताकि ज्यादा प्रॉफिट हो।
इसकी पिछली फर्म अश्विनी को दिल्ली सरकार के ड्रग डिपार्टमेंट ने सीज किया था। पूछताछ में खुलासा किया कि ये वेंडर्स से डिफेंस के लिए सप्लाई होने वाली दवाई लेता था। करण खनेजा इसका पार्टनर है। मोनिर अहमद, ये सीरिया का नागरिक है। भागीरथ पैलेस की दवा मार्केट में आता है, जहां टर्की और इजिप्ट की मेडिसन को तस्करी कर नवीन आर्य, सौरभ गर्ग और करण खनेजा को सप्लाई करता है।