Varanasi : लोक चेतना संस्था के अगुआई में शास्त्री घाट पर आरती के साथ किया गया दुग्धाभिषेक

Shekhar pandey
वाराणसी, निष्पक्ष काशी । लोक चेतना संस्था के अगुआई में गुरुवार को सैकड़ों की संख्या में उपस्थित जनसमूह ने वरुणा तट के शास्त्री घाट पर 51 लीटर दूध से दुग्धाभिषेक किया गया । साथ ही दो बटुकों ने वैदिक मंत्रों के साथ नदी के तट पर आरती के साथ शंखनाद कर वरुणा की स्वच्छता के लिए महादेव से कामना की और स्वच्छ वरुणा स्वस्थ काशी के नारे लगाए । इस अवसर पर वक्ताओं ने नदी की दुर्दशा पर चिंता जताई। उन्होंने कहा कि हमारी नदिया आस्था की केंद्र के साथ ही जीवन दायिनी है इन्हें संरक्षित करने में सरकार और समाज दोनों को कदम बढ़ाने होंगे, नदी के इतिहास की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि आज से पांच दशक पहले वरुणा नदी किसानों के लिए वरदान हुआ करती थीं आज अभिशाप बन चुकी हैं काशी में पिछले तीन चार दशकों में तेजी से हुए शहरी विकास ने स्वच्छ नदी के जल को नाले में तब्दील कर दिया है

जिन्हें पुनर्जीवित करने की जरूरत है हजारों भवनों होटलों और कारखानों के निकलने वाले मलजल सीधे तौर पर प्रशासनिक लापरवाही के कारण नदी में गिरने लगे ,वरुणा के कई क्षेत्र भीषण दुर्गंध और अतिक्रमण के चपेट में है जबकि नदी के तट से दोनों तरफ पच्चास मीटर के बीच किसी प्रकार का निर्माण नहीं होने देने का स्थानीय प्रशासन ने नियम बनाया था बावजूद अतिक्रमण जारी है काफी जद्दोजहद के बाद वरुणा कारीडोर स्वीकृत तो हुआ और सफाई के साथ पर्यटन के लिहाज से विकसित करने पर कार्ययोजना शुरू हुई लेकिन उस पर भी ग्रहण लगा दिया गया आज भी दर्जनों छोटे बड़े नालो का गंदा मलजल वरुणा में बहाया जा रहा है उपस्थित लोगों ने देश के प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री से नदी की सफाई और नाला पर कड़ाई से रोक लगाने की मांग की गई। नेतृत्व संस्था के अध्यक्ष के के उपाध्याय ने किया ।