Simla News: राजधानी के प्रसिद्ध मंदिरों में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने की पूजन अर्चन , माता तारा की उतारी आरती

शिमला । राजधानी के प्रसिद्ध संकट मोचन और तारा देवी मंदिर में मंगलवार को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने पूजा अर्चन की । इसके साथ ही बजरंगबली और माता तारा की आरती उतारी। इस दौरान राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल भी मौजूद रहे। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू सुबह 11:30 बजे संकटमोचन मंदिर पहुंचीं। यहां सबसे पहले षोडश गणेश की पूजा-अर्चना की। राष्ट्रपति ने गणपति को पुष्प अर्पित कर बेसन के लड्डुओं का भोग लगाया। इसके बाद राम दरबार में शीश नवाया।
भगवान राम और माता सीता को फल चढ़ाए और हलवे का भोग लगाया।राष्ट्रपति ने बजरंगबली को सिंदूर चढ़ाया और बदाणे का भोग लगाया। बजरंगबली की आरती करने के बाद राष्ट्रपति ने मंदिरों की परिक्रमा की। राष्ट्रपति को माता की चुन्नी और प्रसाद दिया गया।माथा टेकने के बाद राष्ट्रपति ने मंदिर में भंडारा चखा। मंदिर प्रशासन की ओर से राष्ट्रपति के लिए 13 विशेष व्यंजन बनाए गए थे।
संकटमोचन मंदिर में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू का स्वागत प्रदेश के पारंपरिक वाद्ययंत्रों के साथ किया गया। मंदिर परिसर ढोल, नगाड़ा, शहनाई, करनाल और रणसिंघा की धुनों से गूंज उठा। मंदिर प्रशासन ने राष्ट्रपति के स्वागत के लिए ठियोग से आठ विशेष कलाकारों की टोली बुलाई थी।राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को तारा देवी मंदिर की प्रतिकृति दी गई।
यह प्रतिकृति मंदिर की तरह लकड़ी से ही तैयार की गई है। एडीसी शिमला अभिषेक वर्मा ने राष्ट्रपति को यह प्रतिकृति भेंट की। उन्होंने राष्ट्रपति को मंदिर के इतिहास से अवगत करवाया। संकटमोचन मंदिर में राष्ट्रपति को राम दरबार की मूर्ति भेंट की गई।
अतिरिक्त जिला दंडाधिकारी प्रोटोकॉल ज्योति राणा ने राष्ट्रपति को मंदिर के इतिहास से अवगत करवाया।राजधानी के प्रसिद्ध तारा देवी मंदिर में राष्ट्रपति मुर्मू ने मंदिर की खूबसूरती को निहारा। मंदिर की खूबसूरती और मंदिर परिसर से शिमला शहर को देख राष्ट्रपति गदगद हुईं।