Varanàsi : एनडीआरएफ ने दो श्रद्धालुओं की बचाई जान

वाराणसी, 23 फरवरी। काशी-तमिल संगमम के शुभ अवसर पर वाराणसी के गंगा घाटों पर श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ रही है। यह महोत्सव उत्तर और दक्षिण भारत की सांस्कृतिक एकता का प्रतीक है, जहां लाखों श्रद्धालु गंगा में स्नान कर अपनी आध्यात्मिक यात्रा को पूर्ण कर रहे हैं।
श्रद्धालुओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए एनडीआरएफ की टीम श्री मनोज कुमार शर्मा, उप महानिरीक्षक, के निर्देशन में तैनात है। किसी भी आपात स्थिति में त्वरित कार्रवाई के लिए एनडीआरएफ के बचावकर्मी सतर्क रहते हैं।
आज मणिकर्णिका घाट पर आंध्र प्रदेश के चेरला से आए 40 वर्षीय नरसिंहा राजू और 13 वर्षीय निहार बालाजी स्नान के दौरान गंगा के तेज बहाव में बहने लगे। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए एनडीआरएफ के बहादुर बचावकर्मी चंदन कुमार ने तुरंत नदी में छलांग लगाई और अद्वितीय साहस का परिचय देते हुए दोनों को सुरक्षित बाहर निकाला।
काशी-तमिल संगमम भारतीय संस्कृति की अखंडता और आध्यात्मिकता का उत्सव है, जहां दक्षिण भारत और काशी की गहरी आस्था और परंपराओं का संगम होता है। इस दौरान एनडीआरएफ की तत्परता श्रद्धालुओं को निर्भय होकर धार्मिक अनुष्ठान करने का अवसर देती है।
एनडीआरएफ के जांबाज बचावकर्मियों की वीरता और तत्परता के कारण नरसिंहा राजू और निहार बालाजी का जीवन सुरक्षित बचाया जा सका। इस साहसिक अभियान ने साबित किया कि एनडीआरएफ हर परिस्थिति में मानव सेवा और सुरक्षा के लिए तत्पर है।