Varanàsi News : बच्चे राष्ट्र की भविष्य है और इनका संरक्षण सरकार और समाज की नैतिक जिम्मेदारी है : अशोक यादव

वाराणसी। 9 जुलाई बच्चों को अनान्य प्रकार के शोषण और उत्पीडन से बचाने के लिए भारत सरकार द्वारा मिशन वात्सल्य योजना प्रारंभ की गयी है जिसके अंतर्गत ग्रामीण व शहरी क्षेत्र के अनाथ निराश्रित उपेक्षित या किसी भी विपरीत परिस्थितयों के शिकार बच्चों को सुरक्षा व संरक्षण प्रदान करने के लिए केंद्र से लेकर ग्राम स्तर पर प्रधान और शहरों में वार्ड स्तर पर पार्षदों की अध्यक्षता में बाल कल्याण एवं संरक्षण समितियों का गठन किया गया है। जिसका उद्देश्य ऐसे बच्चों को सरकार द्वारा दी जाने वाली योजनाओं को उन तक प्राथमिकता के आधार पर पहुंचा कर उन्हें समाज की मुख्यधारा से जोड़ना है। उक्त विचार उत्तर प्रदेश राज्य बाल संरक्षण आयोग के माननीय सदस्य इं. अशोक यादव ने व्यक्त किये। वे डॉ. शम्भुनाथ सिंह रिसर्च फाउंडेशन द्वारा अंतर्राष्ट्रीय बाल अधिकार संस्था चाइल्ड राइट्स एंड यू क्राई के सहयोग से वार्ड बाल कल्याण एवं संरक्षण समिति के पदेन अध्यक्ष वार्ड पार्षदों तथा सदस्य सचिव क्षेत्रीय लेखपालों हेतु आयोजित अभिमुखीकरण कार्यशाला में बतौर मुख्य अतिथि अपने विचार व्यक्त कर रहे थे। उन्होंने फाउंडेशन के कार्यों की सराहना करते हुए कहाँ कि आपके प्रयासों से ही शहरी स्तर पर पृथक रूप से वार्ड बाल कल्याण एवं संरक्षण समितियों का गठन संभव हुआ और वाराणसी ऐसा पहल शहर है जहाँ माननीय पार्षदों के लिए पहली बार ऐसी कार्यशाला का आयोजन किया जा रहा है। उन्होंने कहाँ कि इस निमित्त राज्य बाल आयोग से जो भी सहयोग संभव होगा वो दिया जायेगा।
कार्यक्रम का उद्घाटन करते हुए वाराणसी के महापौर अशोक कुमार तिवारी ने शहरी बस्तियों के बच्चों के संरक्षण व विकास के लिए गठित इन समितियों के पदेन अध्यक्ष वार्ड पार्षदों तथा सदस्य सचिव क्षेत्रीय लेखपालों को शुभकामना देते हुए कहा कि आप को अपने क्षेत्र के प्रत्येक अवश्यक्तामंद बच्चों और उनके परिवारों पर ध्यान केन्द्रित करना होगा ताकि प्रधान मंत्री व मुख्यमंत्री के सबका साथ सबका विकास के लक्ष्य को प्राप्त करने में कोई भी बच्चा और उसका परिवार पीछे ना छूटे। काशी विद्यापीठ के मुख्य कुलानुशासक प्रोफेसर के. के. सिंह ने कहा कि काशी विद्यापीठ परिवार में कोई भी शिक्षक या कर्मचारी कोई नाबालिग घरेलू नौकर या कोई वेंडर ठेकेदार बाल श्रमिकों का नियोजन नहीं करेगा, कुलानुशासक मंडल इस बात के लिए प्रतिबद्ध रहेगा। प्रारंभ में अतिथियों का स्वागत एवं विषय प्रवर्तन करते हुए फाउंडेशन की कार्यक्रम निदेशक एवं बाल कल्याण समिति वाराणसी व भदोही की पूर्व अध्यक्ष डॉ. रोली सिंह ने कहा की उत्तर प्रदेश सरकार के शासनादेश के क्रम में वाराणसी के सभी 100 वार्डों में माननीय पार्षदगणों की अध्यक्षता में वार्ड बाल कल्याण एवं संरक्षण समितियों का गठन हो चुका है जिसमे क्षेत्रीय लेखपाल सदस्य सचिव आंगनबाड़ी कार्यकर्ता ए.एन.एम. आशा कार्यकर्ता, सम्बंधित वार्ड के प्राथमिक स्कूल के बी.एस.ए. द्वारा नामित अध्यापक एवं अध्यक्ष द्वारा नामित वार्ड के 2 सम्मानित अभिभावक जिसमे 1 महिला होंगी को सदस्य नामित किया गया है। यह समिति अपने क्षेत्र के जरूरतमंद बच्चों व उनके परिवारों की पहचान कर प्रत्येक त्रैमास में बैठक कर उन्हें केंद्र व राज्य सरकार द्वारा लागू विभिन्न योजनाओं का लाभ दिलवाएगी। उन्होंने इन समितियों के अध्यक्ष और सदस्य सचिवों को मानवता के आधार पर अपना सक्रिय सहयोग देने का आह्वान किया।
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए समाजकार्य संकाय की प्रोफेसर भावना वर्मा ने कहा कि विभाग का दायित्व है की वह समाजकार्य की प्रविधियों को आमजन से जोड़ने के लिए समाज व सरकार के बीच समन्वय स्थापित करे और आज का यह कार्यक्रम उसी कड़ी का हिस्सा है।
उन्होंने इस कार्य में विभाग के छात्रों को फील्ड वर्क के दौरान इस कार्य में संलग्न करने का आश्वासन दिया। कार्यक्रम से पूर्व मुख्य अतिथि एवं सभी अभ्यागतों ने पूरी पढ़ाई देश की भलाई अभियान को अपने हस्ताक्षर कर समर्थन प्रदान किया। प्रारंभ में अतिथियों का स्वागत व कार्यक्रम का संचालन फाउंडेशन के महासचिव राजीव कुमार सिंह एवं धन्यवाद ज्ञापन परियोजना प्रबंधक श्रीमती दीक्षा सिंह ने किया। इस अवसर पर श्रीमती माधुरी रवीन्द्र सिंह प्रवीण राय श्याम आश्रय मौर्या विनोद कुमार इम्तियाज कुसुम सिंह शमा परवीन गुलशन अली हनुमान प्रसाद गीता सिंह श्याम भूषण शर्मा समेत अनेक पार्षदगण व नगरीय क्षेत्र के क्षेत्रीय लेखपाल उपस्थित थे। कार्यक्रम संयोजन में सुलेखा पटेल धीरज सिंह अजय कुमार मनोज श्याम नारायण आदि ने सहयोग प्रदान किया।