Top News : मूसलाधार बारिश के बाद नदियों में आई भीषण बाढ़ के चलते मांगलिक कार्यक्रम भी प्रभावितनही पहुंची बारात

लखीमपुर। कन्या पक्ष के लोग रात भर बारात का इंतजार करते रह गए लेकिन बारात दरवाजे तक नहीं पहुंच सका जिसको लेकर गांव में तरह तरह की चर्चाओ का बाजार गर्म है। बता दे की विगत दिनों हुई मूसलधार बारिश के बाद घाघरा, सुहेली और शारदा आदि नदियों में आई भीषण बाढ़ से तराई क्षेत्र के गांवों में अफरा-तफरी का माहौल तो है ही, शादी विवाह के इस दौर में मांगलिक कार्यक्रम भी प्रभावित हो रहे हैं। बताते है की रामनगर बगहा के गांव इंद्रानगर में मंगलवार शाम आने वाली बारात भी ऐसे ही बाढ़ में फंस गई।नदियों की बाढ़ का पानी सड़कों पर आ जाने के कारण दूल्हे राजा बारात लेकर कन्या पक्ष के द्वार पर नहीं पहुंच सके। कन्या पक्ष के यहां सारी तैयारियां धरी रह गईं। बिना किसी सूचना के बारात न आने के कारण गांव में अनेकों चर्चाएं भी शुरू हो गईं।इंद्रानगर निवासी रामनक्षत्र प्रजापति की पुत्री सरिता देवी की नौ जुलाई को शादी थी। अशोक नगर पीलीभीत के राजकिशोर प्रजापति को बारात लेकर मंगलवार की शाम आना था। स्वागत की सारी तैयारियां पूरी हो गईं। कन्या पक्ष के लोग रात भर बारात आने की प्रतीक्षा करते रहे, लेकिन बारात नहीं आई। इसपर कन्या पक्ष के लोगों में मायूसी छा गई। गांव में बारात ना आने को लेकर अनेकों चर्चाएं होने लगीं। जितने मुंह उतनी बातें। दूसरे दिन बुधवार की सुबह जब कन्या पक्ष के लोगों ने वर पक्ष के लोगों से किसी तरह संपर्क किया तो उन्होंने बताया कि बाढ़ का पानी अधिक होने के कारण बारात लेकर नहीं पहुंच सके। उन्होंने कहा कि दूसरे दिन बुधवार की शाम किसी भी तरह कन्या पक्ष के द्वार पर बारात अवश्य पहुंचेगी। कन्या के भाई तेज प्रकाश प्रजापति ने बताया की बारात संपूर्णानगर पलिया होकर आनी थी। सुहेली और शारदा नदी के बाढ़ का पानी रोड पर अधिक होने के कारण बारात नहीं आ सकी।