Top News : क्राईम ब्रांच को मिली बड़ी कामयाबी ,केसर के नाम पर 2 करोड़ 65 लाख की ठगी करने वालो को किया गिरफतार

ओडिशा । क्राइम ब्रांच की पुलिस ने केसर मुहैया कराने के नाम पर 2 करोड़ 65 लाख से अधिक रुपये की ठगी करने वाले दो नाइजीरिया नागरिक सहित तीन लोगों को गिरफ्तार कर कामयाबी हासिल की है । क्राईम ब्रांच ने आरोपियों के कब्जे से मोबाइल लैपटॉप व कई सामान बरामद किया है। गिरफ्तार किए गए आरोपियों में नाइजीरिया के नागरिक क्रिस्टोफर चिजोबाम उर्फ चिजोबाम क्रिस्ट और नामड़ी स्टनली मबामालु उर्फ जर्मान एवं दिल्ली के आरती गौतम शामिल हैं। मिली खबर के अनुसार, भुवनेश्वर के एक व्यक्ति वर्ष 2023 दिसंबर महीने में फेसबुक के माध्यम से एक व्यक्ति के साथ संपर्क में आया था। वह व्यक्ति खुद को ओडिशा कैडर के पूर्व आईएएस ऑफिसर के तौर पर परिचय दिया था। साथ ही साथ वह वर्तमान वाशिंगटन में मौजूद विश्व बैंक में कार्य करने के बारे में भी परिचय दिया। फेसबुक, व्हाट्सएप और ईमेल के माध्यम से दोनों के बीच बातचीत हुई। कुछ दिन बाद वह व्यक्ति भुवनेश्वर के उसे व्यक्ति को विश्व बैंक मुख्यालय को केसर मुहैया कराने के लिए सुझाव दिया। अच्छा कमाई होने की लालच में भुवनेश्वर का वह व्यक्ति राजी हो गया। ईमेल के जरिए विश्व बैंक को अपना सहमति दिया।फिर वह आईएएस अधिकारी परिचय देने वाला व्यक्ति और एक व्यक्ति के साथ भुवनेश्वर के व्यक्ति के साथ परिचय कराया था। वह व्यक्ति ऑर्गेनाइज्ड मर्चेंडाइज प्रबंधक के तौर पर खुद को परिचय दिया था । वह व्यक्ति भारत में केसर उत्पादन करने वाले किसानों के लिए मार्केटिंग एजेंट के तौर पर कार्य कर रहे हैं। ऐसे में वह व्यक्ति पहले 10 किलो का केसर भुवनेश्वर के उस व्यक्ति को भेज कर व्यापार शुरू किया था और रकम भुवनेश्वर के वह व्यक्ति ने चुकाया था।फिर विश्व बैंक के फर्जी खरीद दिशा-निर्देश में 110 किलो का ऑर्डर बढ़ा दिया गया । उसके लिए भुवनेश्वर के वह व्यक्ति दो करोड़ 65 लाख 15 हजार 940 रुपये केसर सप्लाई के लिए मार्केटिंग एजेंट करने वाला व्यक्ति को दे दिया । भारतीय बैंक के विभिन्न बैंक अकाउंट से यह रुपये भेजा गया लेकिन इस बार केसर नहीं आया ।बाद में ठगी का शिकार होने की बात जानकर वह व्यक्ति साइबर थाने में पिछले 26 फरवरी को मामला दर्ज किया और मामला दर्ज होते ही क्राइम ब्रांच घटने की छानबीन शुरू कर दी । साइबर थाना इंस्पेक्टर विभु रंजन सुंदराय की अगुवाई में एक टीम का गठन की गई । पहले यह टीम आरती को धरदबोच लिया ।उसको पूछताछ करने के बाद अन्य दो नाइजीरियाई नागरिकों के बारे में पता चला। राष्ट्रीय साइबर अपराध रिर्पोटिंग पोर्टल में क्राइम ब्रांच को इन ठगों के बारे में कई सनसनीखेज जानकारी सामने आई है। इससे पहले यह गैंग 10 राज्यों में 94 आपराधिक मामलों में शामिल है।