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Delhi News : प्रीत विहार थाने में तैनात तीन पुलिसकर्मी के कारनामे पर आला अधिकारियों ने लिया एक्शन

नई दिल्ली । दो साल पूर्व क्षेत्र में एक बीसी (बैड कैरेक्टर) के परिवार की पार्टी में शामिल होने के बाद जमकर ठुमके लगाने के आरोप सिद्ध होने पर डीसीपी ईस्ट अपूर्वा गुप्ता ने सजा के तौर पर तीनों पुलिसवालों की सर्विस के पांच साल परमानेंट काट दिए जाने का आदेश जारी किया। आदेश में यह भी कहा गया है कि पुलिसकर्मी का ऐसा आचरण दिल्ली पुलिस जैसे अनुशासित बल में सहनीय और स्वीकार्य नहीं है। उसका प्राथमिक कर्तव्य अपराध पर अंकुश लगाना और आम जनता को अपराधियों से बचाना और सुरक्षा करना है। इसलिए वे किसी भी तरह की नरमी के पात्र नहीं हैं।10 जून को जारी हुए इस आदेश के मुताबिक, 2022 में प्रीत विहार थाने में अंदर तैनात हेड कॉन्स्टेबल सोमपाल, कॉन्स्टेबल रोहित और सीता राम का एक विडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था।

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दावा किया गया था कि तीनों पुलिसवाले प्रीत विहार थाने के एक बीसी (बैड कैरेक्टर) मो. जाहिद के परिवार में आयोजित एक पार्टी में ना केवल शामिल हुए थे, बल्कि वहां जमकर डांस करते भी दिखे। इस मामले में डिस्ट्रिक्ट के पीजी सेल के एसीपी से तीनों की विभागीय जांच करवाई गई। जांच में सामने आया कि 28 मार्च 2022 को जाहिद की बेटी खुशी उर्फ खुशबू ने अपने बेटे के पहले जन्मदिन के अवसर पर इलाके में एक पार्टी का आयोजन किया था। पार्टी में रिश्तेदारों और जानकारों के अलावा ये तीन पुलिसवाले भी शामिल हुए थे।बता दें कि जब इस घटना का वीडियो वायरल हुआ, तो भी तत्कालीन डीसीपी ने तीनों पुलिसवालों को लाइन हाजिर कर दिया था।

हालांकि तत्कालीन प्रीत विहार एसएचओ ने तीनों पुलिसवालों को वापस थाने में बुला लिया था। मौजूदा समय में सोमपाल डिस्ट्रिक्ट की एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट में तैनात है, सीता राम कल्याणपुरी थाने में है और रोहित प्रीत विहार थाने में तैनात है। तीनों जगह के इंचार्ज को भी यह आदेश की कॉपी भेजी गई है। साथ ही अन्य आला अधिकारियों को भी यह आदेश भेज दिया गया है।दिल्ली पुलिस में ही तैनात एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया, सर्विस दो तरीके से काटी जाती है। एक परमानेंट, दूसरी टेम्पररी। टेम्पररी में तो एक समय अवधि के बाद पुलिसकर्मी वापस उसी जगह पर आ जाता है।

मगर परमानेंट में ऐसा नहीं होता। वो हमेशा के लिए अपने बैच से पीछे हो जाता है। जैसा इस मामले में हुआ। तीनों पुलिसवालों की परमानेंट सर्विस काट दी गई है। जैसे कोई पुलिसवाला 2000 में दिल्ली पुलिस में भर्ती होता है, अब 2024 चल रहा है। सब ठीक रहा हो, तो उसकी सर्विस 24 साल की हो गई। अगर उसकी सर्विस से पांच साल काट दिए जाएं, तो उसकी सर्विस 19 साल की ही होगी। वह अब 2005 बैच का माना जाएगा। उसे सैलरी भी 19 साल की सर्विस के हिसाब से ही मिलेगी। प्रमोशन भी काफी देर से होगा। देर से हो इसकी भी कोई गारंटी नहीं होगी।

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