Prayagraj News: नैनी जेल में बंद माफिया अतीक अहमद का बेटा पहली बार कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच अदालत में हुआ पेश

प्रयागराज । माफिया अतीक अहमद के मौत के बाद बुधवार को पहली बार नैनी जेल में बंद उसका बेटा अली कड़े सुरक्षा व्यवस्था के बीच अपर मुख्य न्यायायिक दंडाधिकारी पलास गांगुली की अदालत में पेश हुआ । अली को अबतक सुरक्षा कारणों से विडियो कॉनफ्रेसिंग के माध्यम से पेश किया जाता था । बता दे की उमेश पाल हत्याकांड के अलावा वह करेली में प्रॉपर्टी डीलर जीशान पर जानलेवा हमले और पांच करोड़ की रंगदारी मांगने के मामले में भी वह नामजद आरोपी है। अदालत ने उसकी अगली पेशी के लिए 21 मार्च की तारीख नियत की है।मामला करेली थाने का है। दिसंबर 2021 में छह जुलाई की घटना का हवाला देते हुए जीशान ने अहमदाबाद जेल में बंद माफिया अतीक अहमद, उसके बेटे अली अहमद, पिपरी कौशांबी के फैसल, चकिया कसारी-मसारी के असाद और आरिफ उर्फ कछोली, अमन, इमरान उर्फ गुड्डू, गोलू, फैसल के भाई मैसर के विरुद्ध गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज करवाया था। इस मामले में जीशान ने माफिया अतीक और उसके बेटे अली को हत्या की साजिश रचने का आरोपी बनाया था। जिस मामले में अली की बुधवार को पेशी हुई वह घटना 26 जुलाई को दोपहर की बताई जाती है। चकिया निवासी जीशान ने आरोप लगाया था कि वह अपने साथी आंचल कुमार भारतीया और नाजिम के साथ फनगांव के करीब जमीन देखने गया था। इसी दौरान एक कार से फैसल, असाद, कछोली, अमन, इमरान, गोलू सहित अन्य लोग आए और उनकी कार को घेर लिया। तभी मास्क लगा रखे एक युवक ने मारने के लिए कहा।
उसकी आवाज सुनते ही कार में सवार फैसल समेत अन्य युवक तमंचा, पिस्टल लेकर दौड़ा लिया और फायरिंग शुरू कर दी। गोली चलते ही जीशान ने साथियों के साथ केले के बाग में घुसकर जान बचाई थी। घटना के बाद वह लखनऊ चला गया था, लौटने के बाद उसने एफआईआर लिखने की तहरीर दी थी। अतीक अहमद की हत्या के बाद नैनी जेल में बंद अली ने सुरक्षा बढ़ाए जाने और वीडियो कांफ्रेंसिंग से पेशी कराने के की गुहार हाईकोर्ट से भी लगाई थी। हालांकि, हाईकोर्ट ने उसे राहत नही दी थी। फिर भी अब तक उसकी पेशी एहतियातन वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से ही कराई जाती थी, लेकिन अचानक बुधवार को कड़ी सुरक्षा के बीच अली को नैनी जेल से अदालत में पेशी के लिए लाया गया था। उसे देखने के लिए लोगो का हुजूम भी उमड़ा। अदालत ने पेशी की अगली तारीख नित्य की जिसके बाद उसे फिर नैनी जेल ले जाया गया।