UP Update : ईद-उल-अजहा की नमाज के लिए पुलिस−प्रशासन अलर्ट ,सड़क पर नमाज किसी भी सूरत में बर्दास्त नहीं

मेरठ। ईद-उल-अजहा को लेकर पुलिस-प्रशासन ने पूरी तरह से अलर्ट हो गया है। समाज के मुख्य लोगों को स्पष्ट कर दिया कि नमाज के समय रास्ता रोका तो सेवन क्रिमिनल एक्ट में मुकदमा दर्ज होगा। उक्त धारा में दस साल की सजा का प्रविधान है। इसलिए मुकदमा दर्ज करने के बाद आरोपितों को गिरफ्तार कर जेल भेजा जाएगा।नमाज के लिए पुलिस ने शाही ईदगाह के अलावा फैज-ए-आम इंटर कालेज के पार्क को भी खुलवा दिया है, जहां पर दस हजार लोग नमाज अदा कर सकेंगे। साथ ही शाही ईदगाह पर अर्धसैनिक बल और पुलिस को बड़ी संख्या में लगाया।पिछले जुमे की नमाज की तकरीर में शहर काजी जैनुस साजिदीन ने सड़क पर नमाज रोकने का विरोध किया था।
उसके बाद पुलिस और प्रशासनिक अफसर हरकत में आ गए। तब से लगातार थानेवार मुस्लिम समाज के लोगों की मीटिंग की गई। गुरुवार को पुलिस लाइंस में भी बड़ी मीटिंग आयोजित की गई थी, जिसमें डीएम और एसएसपी शामिल हुए थे। तब भी शहर काजी को स्पष्ट कर दिया कि वह अगर प्रशासन की मदद करेंगे। तब प्रशासन भी उनकी मदद करेगा।एसपी सिटी आयुष विक्रम सिंह ने स्पष्ट कर दिया कि उसके बाद भी अगर सड़क पर नमाज अदा की गई, तब पुलिस रास्ता रोकने का मुकदमा सेवन क्रिमिनल एक्ट में दर्ज करेगी। इसमें दस साल की सजा का प्रविधान है। उसके बाद रास्ता रोकने वालों की गिरफ्तारी को टीम बनाकर दबिश डाली जाएगी। कोतवाली स्थित शाही जामा मस्जिद में जुमे की नमाज में बड़ी संख्या अकीदतमंद पहुंचे।
शहर काजी जैनुस साजिदीन ने कहा कि बकरीद की नमाज 17 जून को शाही ईदगाह में सुबह सवा सात बजे होगी। उन्होंने कहा कि बकरीद की नमाज के बाद बरसात और देश की तरक्की के लिए दुआ करें। यह पूछने पर कि सड़क पर नमाज अदा न हो इसके लिए पुलिस प्रशासन सजग है उनका क्या कहना है इस पर शहर काजी ने कहा कि शरियत के अनुसार नमाज अदा होगी। जैसा पारंपरिक रूप से होता आया है उसी तरह नमाज पढ़ी जाएगी।शहर काजी ने बताया कि पुलिस प्रशासन ने नमाज अदा होने के बाद आधा घंटे तक दिल्ली रोड पर ईदगाह के पास ट्रैफिक बंद रखने का आश्वासन दिया है, ताकि नमाज पढ़ने आने वालों को परेशानी न हो। जुमे की नमाज के पहले शहर काजी ने खुत्बा पढ़ते हुए कहा कि ऐसा कोई काम न करें, जिससे शहर में अमन शांति प्रभावित हो। नमाज के बाद कुर्बानी देनी होती है।हर वह व्यक्ति जिसके पास 7.50 तोला सोना या 52 तोला चांदी या उसके बराबर रकम हो उसे कुर्बानी देनी चाहिए।