Varanasi : काशी विश्वनाथ धाम में ‘शिवार्चनम्’ कार्यक्रम ने सुर, नृत्य और भक्ति से मोहा मन

वाराणसी। काशी की प्रतिष्ठित सामाजिक, सांस्कृतिक और आध्यात्मिक संस्था काशी ओम शांति सेवा ट्रस्ट के तत्वावधान में शुक्रवार सायं 5 बजे श्री काशी विश्वनाथ मंदिर प्रांगण में संगीतमय “शिवार्चनम्” कार्यक्रम का आयोजन किया गया। यह आयोजन श्रद्धा, संगीत और नृत्य की त्रिवेणी रहा।
कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्वलन से हुई, जिसे विश्व संस्कृत प्रतिष्ठानम की अध्यक्षा महाराजकुमारी कृष्णप्रिया, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के रूबल शाह, काल भैरव मंदिर के महंत वीरेन्द्र मिश्र, वैदिक विद्वान वेंकटरमण घनपाठी, पंडित चंद्रशेखर घनपाठी, ट्रस्ट की अध्यक्षा पी.यू. शांति, सचिव वी.आर. स्वामीनाथन राजेश और कोषाध्यक्ष आर. सेल्वाकुमार ने संपन्न किया।
नन्हीं बाल कलाकार कुमारी रामाश्री दीक्षित ने वैदिक श्लोकों की मनोहारी प्रस्तुति दी। इसके पश्चात प्रसिद्ध कथक नृत्यांगना सलोनी गुप्ता ने गणेश वंदना पर मनमोहक कथक नृत्य प्रस्तुत किया। उनके नेतृत्व में ग्रुप डांस में आरोही गुप्ता, आरुषी गुप्ता, आन्या अग्रवाल, आद्या अग्रवाल, लक्षिता शर्मा, शिवानी गुप्ता और लावण्या गुप्ता ने महिषासुर मर्दिनी पर प्रभावशाली प्रस्तुति दी।
चैतन्य योग सेवा संस्था की कनक गुप्ता ने अद्वितीय योग नृत्य से दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया।
संगीत की अनुभूति तब चरम पर पहुँची जब अंतरराष्ट्रीय वायलिन वादक पंडित सुखदेव मिश्र की अगुवाई में पंडित अमरेन्द्र मिश्र (सितार) और श्रीकांत मिश्र (तबला) की जुगलबंदी हुई। सुप्रसिद्ध संगीतकार रविंद्र जैन के शिष्य पंडित राकेश तिवारी ने काशी महिमा पर आधारित भक्ति गीत से वातावरण को भक्तिमय बना दिया।
कार्यक्रम का संचालन चक्रवर्ती विजय नावड ने किया।
इस अवसर पर काशी विश्वनाथ मंदिर के मुख्य कार्यपालक अधिकारी विश्वभूषण मिश्र, चैतन्य योग सेवा संस्था के आशीष टंडन, तमिलनाडु से डॉ. पद्मजा सुब्रमण्यम, मीनाक्षी मदन, प्रो. के. चंद्रशेखर, केदार मंदिर के मुख्य अर्चक धुल्लीपल्ला नारायणा, उत्कर्ष नावड और उमाशंकर गुप्ता सहित अनेक गणमान्य अतिथि उपस्थित रहे।