UP News: सामूहिक हत्याकांड का खुलासा,आरोपी अजीत सिंह ने ही वारदात को दिया अंजाम : आईजी रेंज तरुण गाबा

सीतापुर । रामपुर मथुरा थाना क्षेत्र के पल्हापुर गांव में हुए सामूहिक हत्याकांड का खुलासा करते हुए गुरुवार को आईजी रेंज सीतापुर तरुण गाबा ने आयोजित पत्रकार वार्ता के दौरान बताया आरोपी अजीत सिंह ने रात ढाई बजे से सुबह 4 बजे के बीच वारदात को अंजाम दिया और फिर अनुराग के आत्महत्या की कहानी गढ़ी। उन्होंने बताया कि अजीत दो बजे के करीब उठकर बाहर आया और सभी को जगाने के लिए बिजली का मेन स्विच बंद कर दिया। इस पर सबसे पहले प्रियंका बाहर आई।
उसने पहले प्रियंका और फिर बारी-बारी से परिवार के छह सदस्यों को मौत के घाट उतार दिया। वारदात को अंजाम देने के बाद करीब 4 बजे सभी को फोन कर सूचना दी। प्रभाकर (पाटीदार) मौके पर पहुंचा तो 40 मिनट तक अपनी गाड़ी की चाभी नहीं दी।पुलिस के अनुसार, घटना करने का अजीत के पास उस दिन भी एक कारण था। रात में केसीसी का लोन चुकाने को लेकर उसकी परिजनों से बहस हुई थी। जिस असलहे से वारदात को अंजाम दिया गया वो घर में ही मौजूद था।हत्याकांड को अंजाम देने वाले अजीत सिंह ने पुलिस की पूछताछ में उस रात की अपनी क्रूरता की पूरी कहानी बयां की थी।
उसने बताया कि सबसे पहले अपनी भाभी के सीने में गोली मारी थी। गोली की आवाज सुनकर जब उसकी मां सावित्री पहुंची थी तो उन पर हथौड़े से वार कर घायल कर दिया था। उसके बाद अनुराग व उसके तीनों बच्चों को मौत के घाट उतारा। कुछ देर घायल मां के पास बैठा रहा। फिर अचानक उनका सिर कूंच दिया था। पुलिस सूत्रों के मुताबिक अजीत सबसे ज्यादा खुन्नस प्रियंका सिंह से रखता था।
इसलिए वह 11 मई की रात असलहा और हथौड़ा लेकर उनको ही मारने के लिए छत पर पहुंचा था। सोते वक्त ही उसने प्रियंका के सीने में गोली मार दी थी। गोली चलने की आवाज जब सुनाई दी तो अजीत की मां सावित्री वहां पहुंची। उनको देख उसने उन पर हथौड़े से वार कर दिया। वह घायल होकर वहीं गिर गईं। उसके बाद अनुराग के कमरे में गया। उसको दो गोलियां मारीं। फिर वह ऊपर आया। अनुराग के तीनों बच्चों की हत्या की। सबसे बाद में उसने मां को मारा।
अजीत ने पुलिस को बताया है कि मां को मारने का इरादा नहीं था। लेकिन, वह अचानक से सामने आ गईं। इसलिए उसने उन पर वार कर दिया। जब अन्य सभी की हत्या कर वह मां के पहुंचा तो उनकी सांसें चल रही थीं। अजीत ने ये भी दावा किया कि मां ने कहा था कि वह वहां से चला जाए। अजीत का कहना था कि उस पर सनक चढ़ी थी, कुछ समझ नहीं आ रहा था। ऐसा लगा कि अगर मां जिंदा रहेगी तो वह कैसे उनका सामना करेगा।
ये सोचते ही अजीत ने मां सावित्री पर कई वार कर दिए।पुलिस ने अजीत के अलावा उसके कई रिश्तेदार और परिचितों की भूमिका खंगाली है। सभी मोबाइल नंबर की कॉल डिटेल खंगाली और लोकेशन देखी। पुलिस सूत्रों के मुताबिक अब तक की जांच में किसी अन्य की वारदात में भूमिका नहीं पाई गई है।