Varanasi : आनलाइन गेमिंग से मुक्त होंगे युवा : शंकराचार्य नरेंद्रानंद सरस्वती

Shekhar pandey
वाराणसी। संसद के दोनों सदनों से आनलाइन गेमिंग संवर्धन एवं विनियमन विधेयक 2025 पारित होने पर काशी सुमेरू पीठाधीश्वर जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी नरेंद्रानंद सरस्वती ने प्रसन्नता व्यक्त की है। उन्होंने कहा कि इस कानून से देश के करोड़ों युवाओं को ऑनलाइन गेमिंग और जुए के दुष्प्रभाव से मुक्ति मिलेगी।
शंकराचार्य ने शुक्रवार को आश्रम में कहा कि सरकारी आंकड़ों के अनुसार बीते एक वर्ष में 45 करोड़ लोगों ने लगभग 20 हजार करोड़ रुपये गंवा दिए, जिनमें अधिकांश युवा थे। ऑनलाइन गेमिंग जुए का नया रूप है, जो परिवार और समाज दोनों को बर्बाद कर देता है।
महाभारत का उदाहरण देते हुए उन्होंने कहा कि यदि युधिष्ठिर और दुर्योधन जुए में न उलझते तो इतना बड़ा युद्ध और लाखों लोगों का संहार नहीं होता। युवा वर्ग आज भी इसी प्रकार जुए की लत में फंसकर शारीरिक, मानसिक और आर्थिक रूप से नष्ट हो रहा है।
उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति की मंजूरी मिलते ही यह विधेयक कानून बन जाएगा और इससे धोखाधड़ी करने वालों पर अंकुश लगेगा। चीन समेत कई देशों में पहले से ही ऑनलाइन गेमिंग पर कड़े प्रतिबंध हैं। अब भारत में भी इस कानून से युवाओं को लालच देकर ठगने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई संभव हो सकेगी।