उत्तर प्रदेशवाराणसी

Varanasi : रामनगर थाना प्रभारी सुर्खियों में , चोरी या गुम हुए 16 मोबाइल बरामद कर उनके असली मालिकों को सौंपा

Shekhar pandey

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वाराणसी । पुलिस अधीक्षक मोहित अग्रवाल के निर्देशन में रामनगर पुलिस टीम ने बड़ी कामयाबी हासिल करते हुए चोरी या गुम हुए 16 मोबाइल फोन बरामद कर उन्हें उनके असली मालिकों तक पहुंचाने का कार्य कर बहुत ही सराहनीय कार्य किया हैं । मोबाइल का अनुमानित कीमत 6 लाख रुपये हैं । इस कार्यवाही में न सिर्फ पीड़ितों के चेहरे पर मुस्कान लौटा दी, बल्कि पुलिस और आम जनता के बीच विश्वास को भी और मजबूत किया है। बताया जाता हैं कि पुलिस आयुक्त वाराणसी मोहित अग्रवाल द्वारा चलाए जा रहे विशेष अभियान के तहत अपर पुलिस उपायुक्त काशी जोन और सहायक पुलिस आयुक्त चेतगंज जोन काशी कमिश्नरेट के निर्देशन में रामनगर थान प्रभारी निरीक्षक श्री राजू सिंह के नेतृत्व में रामनगर पुलिस टीम ने त्वरित और सटीक कार्रवाई कर यह उपलब्धि हासिल की। मोबाइल लौटाने के अवसर पर कई भावुक क्षण भी देखने को मिले। एक पीड़ित महिला ने अपनी कहानी साझा करते हुए बताया कि नवम्बर माह में डोमरी में हो रहे शिव पुराण, मेला क्षेत्र की भीड़ में उनका मोबाइल गुम हो गया था। वह निराश हो चुकी थीं और मोबाइल वापस मिलने की उम्मीद लगभग छोड़ चुकी थीं। लेकिन आज जब पुलिस ने उन्हें फोन लौटाने के लिए बुलाया, तो उनकी खुशी का ठिकाना नहीं रहा। उन्होंने कहा, “वाराणसी पुलिस और विशेष रूप से थाना प्रभारी राजू सिंह और उनकी टीम की मैं दिल से आभारी हूं।”
इस सफलता के पीछे पुलिस की तकनीकी दक्षता का भी बड़ा योगदान रहा। SHO राजू सिंह ने जानकारी दी कि CEIR पोर्टल और सर्विलांस सेल की मदद से मोबाइल फोनों की सटीक लोकेशन ट्रैक की गई और टेक्निकल इनपुट के आधार पर उनका पता लगाकर उन्हें बरामद किया गया। मोबाइल बरामदगी में तकनीक का कुशल उपयोग पुलिस टीम की सतर्कता और प्रतिबद्धता को दर्शाता है। पुलिस ने इस अवसर पर नागरिकों से भी अपील की कि अगर किसी का मोबाइल फोन चोरी हो जाए या गुम हो जाए, तो बिना देर किए नजदीकी थाने में शिकायत दर्ज कराएं। साथ ही, CEIR पोर्टल पर जाकर अपने मोबाइल के IMEI नंबर को ब्लॉक करें। इससे न केवल फोन का ट्रैकिंग आसान होता है, बल्कि चोरी के मोबाइल का दुरुपयोग होने से भी बचा जा सकता है। रामनगर पुलिस की इस तत्परता और संवेदनशील कार्यशैली को स्थानीय नागरिकों ने भरपूर सराहा है। लोग इसे एक आदर्श उदाहरण मान रहे हैं कि किस प्रकार पुलिस और नागरिकों के बीच सामंजस्य से अपराध पर प्रभावी नियंत्रण पाया जा सकता है। पुलिस के इस प्रयास ने एक बार फिर यह साबित किया है कि तकनीक और संकल्प के समन्वय से कानून-व्यवस्था को मजबूती दी जा सकती है। काशी जोन की इस प्रशंसनीय पहल ने न सिर्फ गुम हुए मोबाइल मालिकों को उनका कीमती सामान लौटाया, बल्कि समाज में पुलिस के प्रति भरोसे को भी और गहरा किया है।

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