
हरिद्वार । पुलिस मुख्यालय के दिशा निर्देश पर लगातार चलाए जा रहे ऑपरेशन स्माइल के तहत पुलिस ने गुमशुदा महिलाओ पुरषों और बच्चो को खोजकर उनके परिवार वालो से मिलाकर मुस्कान बिखेर रही है। इसी क्रम में जीआरपी पुलिस टीम ने प्रदेशभर में 15 दिन के अंदर करीब 20 बच्चों और महिलाओं को रेलवे स्टेशन और ट्रेनों से खोज कर उन्हें परिवारों से मिलवाया गया। लापता के लौटने की उम्मीद छोड़ चुके परिवार दोबारा उन्हें अपने बीच पाकर बहुत खुश हुए ।
बता दे की एक मई से ऑपरेशन स्माइल अभियान की शुरुआत की गई। अभियान के तहत लंबे समय से गुमशुदा बच्चे, महिला, पुरुषों की खोजबीन में टीमें जुटी हुई हैं। उत्तराखंड के साथ ही अन्य राज्यों में भी टीमें काम कर रही हैं।
ऑपरेशन स्माइल की इंचार्ज महिला उप निरीक्षक प्रवीना सिदोला ने बताया कि रेलवे स्टेशनों पर ट्रेनों में चढ़ते समय छूटे 12 बच्चों को ढूंढा। इसके अलावा अन्य बच्चे खुला आश्रय गृह में थे, उन्हें भी परिजनों तक पहुंचाने का काम किया गया।तीन बच्चे पांच दिन से ज्वालापुर स्थित खुला आश्रय गृह में थे।
परिजनों को कोई सुराग नहीं लग पा रहा था। एक बच्चा बिहार, एक हरदोई और एक देहरादून का था। टीम ऑपरेशन स्माइल ने मेहनत के बाद घर की जानकारी निकाल ली। इसके बाद उन्हें परिजनों तक पहुंचाया। इसमें एक बच्चा घर से भागकर आया था, मगर वह कुछ भी बताने के लिए तैयार नहीं था।उत्तराखंड के विभिन्न जनपदों से छह बालक खोजे।
जबकि अन्य राज्यों से सात बालकों को बरामद कर परिजनों से मिलवाया। बालिकाओं की बात करें तो उत्तराखंड से एक तो यूपी व अन्य प्रदेश से पांच बालिका ढूंढी गई। एक महिला को भी उत्तर प्रदेश से खोजकर परिवार से मिलाया है।