Varanàsi : क्रिसमस की पूर्व संध्या पर विशेष आराधना और झाँकी के साथ मनाया जाएगा पर्व: बिशप युजीन जोसेफ

वाराणसी। दिनांक 21 दिसंबर, वाराणसी धर्मप्रांत के बिशप युजीन जोसेफ ने काशीवासियों और देशवासियों को क्रिसमस और नववर्ष की शुभकामनाएँ देते हुए प्रभु ईसा मसीह से विश्व शांति, एकता, सुख और समृद्धि की प्रार्थना आज कैंटोंमेंट स्थित चर्च मे प्रेसवार्ता के दौरान की।
उन्होंने बताया कि क्रिसमस का माहौल ख्रीस्त जयन्ती गीतों (कैरोल्स), नवजात ईसा मसीह की झाँकी (चरनी), चर्च और घरों की सजावट तथा किसमस ट्री के साथ जीवंत हो चुका है। क्रिसमस की पूर्व संध्या 24 दिसंबर को मध्य रात्रि में ईसाई समुदाय गिरजाघरों में प्रभु की स्तुति और आराधना के लिए एकत्रित होगा। बिशप ने पवित्र बाइबिल का उद्धरण देते हुए कहा, “देखो, एक कुंवारी गर्भवती होगी और पुत्र जनेगी, उसका नाम इम्मानुएल रखा जाएगा जिसका अर्थ है ‘परमेश्वर हमारे साथ है’। मध्य रात्रि में पूजा-विधि (मिस्सा बलिदान) का आयोजन होगा, जिसमें नवजात प्रभु ईसा मसीह का स्वागत विशेष महिमा गान और घंटों की आवाज के साथ किया जाएगा। इसके बाद नवजात शिशु की प्रतिमा को शोभा यात्रा के माध्यम से गिरजा से चरनी में स्थापित किया जाएगा। श्रद्धालु झाँकी के समक्ष प्रार्थना और स्तुति कर प्रभु ईसा का दर्शन करेंगे। उन्होंने बताया कि समाज में प्रेम और एकता के संदेश को प्रबल करने के लिए इस अवसर पर लोग गिले-शिकवे भुलाकर एक-दूसरे के गले मिलते हैं और क्रिसमस केक बाँटते हैं। चर्चों में पारंपरिक झाँकी, पवित्र बाइबिल प्रदर्शनी, कठपुतली नृत्य, और ख्रीस्त जयन्ती गीतों (कैरोल्स) का आयोजन किया गया है। क्रिसमस समारोह का समापन 2 जनवरी 2024 को सेंट जॉन्स स्कूल, डीएलडब्ल्यू में विकलांग दिवस के आयोजन के साथ होगा। इस दिन के कार्यक्रम में सांस्कृतिक प्रस्तुतियाँ, दृष्टिबाधित, मूकबधिर और शारीरिक रूप से विकलांग बच्चों द्वारा विशेष प्रस्तुति होगी। इसके बाद खेलकूद प्रतियोगिताएँ और पुरस्कार वितरण होंगे।
प्रेसवार्ता के दौरान बिशप युजीन जोसेफ ने क्रिसमस और नववर्ष की शुभकामनाएँ देते हुए सभी के उज्जवल भविष्य के लिए मंगलकामनाएँ कीं।