उत्तर प्रदेशमिर्जापुर

Mirzapur : जनसंख्या असन्तुलन व पलायन सनातन संस्कृति के लिए खतरा : कृष्णा नन्द पाण्डेय

मिर्जापुर । धरोहर संरक्षण सेवा संगठन “ द्वारा सनातन विस्तार के उद्देश्य को लेकर अनवरत चल रहे “ संस्कृति संवाद यात्रा “ की बैठक का ( 29 वाँ पड़ाव ) आदर्श कन्या इण्टर कॉलेज सिखड मिर्जापुर में आयोजित हुआ । कार्यक्रम की अध्यक्षता वरिष्ठ समाजसेवी श्री अभय शंकर त्रिपाठी ने किया। मुख्य वक्ता संगठन के प्रमुख संयोजक कृष्णा नन्द पाण्डेय ने कहा जनसंख्या असंतुलन व पलायन सनातन समाज व राष्ट्र की आज एक बहुत बड़ी समस्या है हर सनातनी को आज इस समस्या के बारे में गम्भीरता से चिंतन करने की जरूरत है जिस समाज का जन्मदर ढाई प्रतिशत से कम हो जाता है वह सभ्यता समाप्त हो जाती है, आज सनातन समाज का जन्मदर एक दशमलव छिहत्तर है जो अत्यंत चिन्ता का विषय है इसको नहीं बढ़ाया गया तो सनातन सभ्यता समाप्त हो जाएगी, जो मानवता व राष्ट्र के लिए घातक है,सनातन समाज व राष्ट्र को आघात से बचाने के लिए हर सनातनी को सनातन विस्तार योद्धा बनना होगा,ग्रामीण क्षेत्रों ,पहाड़ो, जंगलों सीमावर्ती क्षेत्रों व मुस्लिम मुहल्लों के आस पास से हिंदुओं के पलायन से जनसंख्या असंतुलन बहुत तेजी से हो रहा है

Advertisements

जनसंख्या असंतुलन व पलायन रोकने के लिए हमे सनातन शिक्षा पद्धति अपनाना होगा जो कहती है, “जननी जन्मभूमिश्च स्वर्गादपि गरियसे” वक्ताओं में आशीष पाठक ने कहा किसी राष्ट्र की संस्कृति उस राष्ट्र की प्राण होती है जहाँ हमारी संस्कृति कमजोर हुईं वो भू भाग इस राष्ट्र से अलग हो गया ।सनातन धर्म को मजबूत करने के लिए सनातन संस्कृति को जानना होगा, यह संभव तभी होगा जब हम वेद, पुराणो, और अपने धर्म ग्रंथों का अध्ययन अपनी दिन चर्या मे लायेंगे । राजन दूबे ने कहा संस्कृति विस्तार से ही हर सनातनी को गर्व की अनुभूति होगी,इसके लिए हर व्यक्ति को सनातन विस्तार योद्धा बनना होगा,अपने आत्मगौरव की रक्षा व विस्तार के लिए सनातन संस्कृति के केन्द्र मन्दिरो को दिव्य स्वरूप मे लाना होगा।
कार्यक्रम मे प्रमुख रूप से सर्वश्री नीरज पाण्डेय,डॉ.चंद्र देव पटेल,राजेश मिश्र ज्योती,सत्यम यादव,दिलीप पाण्डेय, अशोक गुप्ता,राजेश पाण्डेय जितेंद्र प्रजापति,सहित गणमान्य लोग उपस्थित रहे । कार्यक्रम का आयोजन अभय राज मिश्र,ने किया, कुशल संचालन गौरव मिश्र ने किया, कार्यक्रम का समापन सामूहिक श्री हनुमान चालीसा पाठ से हुआ ।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button