वाराणसी में विद्युत सुधार गोष्ठी का आयोजन, निजीकरण के विरोध में 20 सूत्री मांग पत्र सौंपा गया

वाराणसी, 23 फरवरी 2025: सांस्कृतिक राजधानी एवं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में विद्युत व्यवस्था को विश्वस्तरीय बनाने हेतु राज्य विद्युत परिषद जूनियर इंजीनियर संगठन शाखा वाराणसी द्वारा विद्युत सुधार गोष्ठी का आयोजन किया गया। इस गोष्ठी का उद्देश्य बिजली आपूर्ति की समस्याओं पर विचार-विमर्श करना एवं निजीकरण के विरोध में अपनी मांगें प्रस्तुत करना था।

गोष्ठी में मुख्य अतिथि वाराणसी जोन प्रथम के मुख्य अभियंता श्री अनिल वर्मा, विशिष्ट अतिथि केंद्रीय वरिष्ठ उपाध्यक्ष अवधेश कुमार यादव, तथा डिप्लोमा इंजीनियर महासंघ के केंद्रीय उपमहासचिव पी.के. राय उपस्थित रहे।

विद्युत सुधार को लेकर प्रमुख मांगें
गोष्ठी के दौरान संगठन की ओर से प्रबंधन को 20 सूत्री मांग पत्र सौंपा गया, जिसमें वाराणसी में निर्बाध बिजली आपूर्ति सुनिश्चित करने और बिजली के निजीकरण को रोकने की मांग की गई। वक्ताओं ने स्पष्ट किया कि यदि निजीकरण की प्रक्रिया को शीघ्र रोका नहीं गया तो संगठन उग्र आंदोलन करने के लिए बाध्य होगा।
वक्ताओं के प्रमुख बयान
- अवधेश मिश्रा ने कहा कि ऊर्जा प्रबंधन केवल पूंजीपतियों को लाभ पहुंचाने के लिए कार्य कर रहा है, जबकि विभागीय सुधारों पर ध्यान नहीं दिया जा रहा।
- अवधेश यादव ने निजीकरण का कड़ा विरोध करते हुए चेतावनी दी कि यदि यह प्रक्रिया रोकी नहीं गई तो संगठन राष्ट्रीय स्तर पर आंदोलन करेगा।
- पी.के. राय ने कहा कि ऊर्जा क्षेत्र का निजीकरण पूरी तरह से जनविरोधी है और यह केवल पूंजीपतियों को लाभ पहुंचाने की नीति है। यदि इसे रोका नहीं गया तो डिप्लोमा इंजीनियर महासंघ के 24,000 अभियंता आंदोलन में शामिल होंगे।
- संगठन के अध्यक्ष मनीष राय ने वाराणसी में निर्बाध बिजली आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए ट्रांसफार्मर, फीडर, और ओवरलोडिंग की समस्याओं को दूर करने की आवश्यकता पर जोर दिया।
प्रबंधन की प्रतिक्रिया
मुख्य अभियंता श्री अनिल वर्मा ने संगठन को आश्वस्त किया कि उनकी मांगों पर विचार किया जाएगा और आवश्यक सुधार किए जाएंगे। साथ ही, प्रत्येक माह संगठन के पदाधिकारियों के साथ बैठक कर बिजली व्यवस्था में सुधार पर चर्चा की जाएगी।
गोष्ठी में उपस्थित प्रमुख अभियंता
गोष्ठी में ई. नीरज बिंद, ई. पंकज जायसवाल, ई. पुष्कर उपाध्याय, ई. रवि कुमार चौरसिया, ई. प्रमोद कुमार, ई. अनिल शुक्ला, ई. अभिषेक कुमार मौर्या, ई. उपेंद्र कुमार, ई. आनंद सिंह, ई. रोहित कुमार, ई. गुलाब प्रजापति, ई. विनम्र पटेल, ई. सतीश बिंद, ई. कुलदीप यादव, ई. रामबाबू चौहान सहित कई वरिष्ठ अभियंता एवं अवर अभियंता मौजूद रहे।
वाराणसी में विश्वस्तरीय विद्युत व्यवस्था सुनिश्चित करने की दिशा में यह गोष्ठी एक महत्वपूर्ण कदम साबित हो सकती है।