Delhi News: ऐतिहासिक महाकुंभ : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने महाकुंभ को बताया ‘युग परिवर्तन की आहट

नई दिल्ली । महाकुंभ का भव्य समारोह का संगम तट पर महाशिवरात्रि के अंतिम स्नान के साथ महाकुंभ का भव्य समापन हो गया । यह आयोजन अपनी सांस्कृतिक चेतना और गौरवशाली क्षणों के लिए विश्वभर में याद किया जाएगा । इस ऐतिहासिक महाकुंभ में राष्ट्रपति,प्रधानमंत्री, सहित कई राज्यों के मुख्यमंत्री और मंत्रियों ने शिरकत की । अमेरिकी उद्योगपति लॉरेन पॉवेल जॉब्स ने भारतीय संस्कृति को आत्मसात करते हुए संगम पर कल्पवास किया ।वही मुकेश अंबानी और गौतम अदाणी ने सेवा कार्यों से इसे विशेष बना दिया । अनन्त अंबानी और गौतम अदाणी द्वारा विभिन्न क्षेत्रों में अन्नक्षेत्र संचालित कर श्रद्धालुओं को भोजन सेवा दी गईं।संतो और भक्तों के इस महासंगम ने विश्व को एकता और सनातन संस्कृति का संदेश दिया । वहीं महाकुंभ के भव्य समापन के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने महाकुंभ को ‘युग परिवर्तन की आहट’ करार दिया। अपने ब्लॉग में उन्होंने इसे भारत की विकास यात्रा का नया अध्याय बताते हुए ‘विकसित भारत’ का संदेश देने वाला आयोजन बताया। प्रधानमंत्री मोदी ने महाकुंभ को ‘एकता का महायज्ञ’ बताते हुए कहा कि समाज के हर वर्ग और क्षेत्र के लोग इसमें एकजुट हुए। उन्होंने इस आयोजन को ऐतिहासिक बताते हुए कहा कि इससे भारत की आध्यात्मिक चेतना और सांस्कृतिक एकता को नई ऊर्जा मिली है। उन्होंने लिखा कि प्रयागराज के संगम पर करोड़ों श्रद्धालुओं की उपस्थिति इस बात का प्रमाण है कि भारत की आध्यात्मिक और सांस्कृतिक विरासत आज भी समाज को जोड़ने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है। उन्होंने आयोजन की सफलता के लिए उत्तर प्रदेश सरकार और आम जनता के प्रयासों की सराहना की और जल्द ही सोमनाथ ज्योतिर्लिंग के दर्शन कर राष्ट्र की समृद्धि और एकता के लिए प्रार्थना करने की बात कही। महाकुंभ के भव्य समापन के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ गुरुवार को प्रयागराज पहुंचे और मेले का औपचारिक समापन किया। उनके स्वागत के लिए डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य समेत कई कैबिनेट मंत्री पहले से मौजूद थे। सीएम योगी ने अरैल घाट पर सफाई अभियान चलाया और खुद झाड़ू लगाकर घाटों की सफाई की। उन्होंने अपने हाथों से कूड़ा उठाकर पॉलिथीन में भरा, जिससे स्वच्छता का संदेश दिया। इस पहल से महाकुंभ की गरिमा और स्वच्छता को बनाए रखने का संदेश दिया गया।