मोईनुद्दीन हसन चिश्ती के 813 वें उर्स पर अकीदतमंत की उमड़ी भीड़ , जिला प्रशासन ने किया खास बंदोबस्त

अजमेर । मोईनुद्दीन हसन चिश्ती के 813वें उर्स के अवसर पर देशभर से पहुंच रहे हैं जायरीन ,
गुरुवार यानी रजब की पहली तारीख को अकीदतमंत की भीड़ उमड़ी। मजार शरीफ पर मखमली चादरें, गुलाब के फूल पेश करने का सिलसिला शुरू हो गया । महफिलखाना में सूफियाना कलाम गूंजे। दरगाह दीवान सैयद जैनुअल आबेदीन ने मजार शरीफ पर गुस्ल दिया। 813वें उर्स के दौरान शुक्रवार को जुमा होगा। इसके चलते जायरीन की नमाज को लेकर जिला प्रशासन और पुलिस ने भी खास बंदोबस्त किए हैं। इसके बाद 10 जनवरी को जुमा होगा, लेकिन वाजा मोईनुद्दीन चिश्ती के छह दिवसीय उर्स के तहत 7 जनवरी को कुल की रस्म होगी। इसके बाद बड़े कुल की रस्म होगी। उर्स के लिए कायड़ विश्राम स्थली में जायरीन का पहुंचना जारी है। यूपी, बिहार, पश्चिम बंगाल, दिल्ली और अन्य स्थानों से जायरीन 253 बसों, ट्रकों, कार-जीप में पहुंचे हैं। कायड़ विश्राम स्थली में करीब 11 बड़े डोम और छोटे टेंट लगाए गए हैं। जायरीन की सुविधार्थ उचित मूल्य की दुकान, मोबाइल चार्जिंग, दूध और अन्य सामग्री मुहैया कराई गई है। इसके अलावा चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग, नगर निगम, फायर ब्रिगेड, एडीए, जिला प्रशासन की ओर से भी टेंट लगाए गए हैं।आरएसएस के वरिष्ठ प्रचारक इंद्रेश कुमार की तरफ से डॉ. इमरान चौधरी और इरफान के नेतृत्व में मखमली चादर और फूल पेश किए गए। संदेश में इंद्रेश ने कहा कि गरीब नवाज़ की शिक्षाएं हमें मानवता, प्रेम और शांति का संदेश देती हैं। चादरों की परंपरा आपसी भाईचारे और सौहार्द को बढ़ावा देने का प्रतीक है। मुस्लिम राष्ट्रीय मंच के राष्ट्रीय संयोजक अबू बकर नकवी, कोटा संभाग संयोजक एहसान अंसारी जयपुर जिला सह संयोजक अजीज खान, जिला सह संयोजक निजामुद्दीन अब्बासी ने संबोधित किया। बॉलीवुड की तरफ से मखमली चादर और फूल अभिनेता शालीन मल्होत्रा, सुबोध गुलाटी और सुमेर. एस. पसरीचा की अगुवाई में पेश की गई। खादिम कुतुबद्दीन सकी ने जियारत कराई। बॉलीवुड की तरफ से संदेश भी भेजा गया।