Prayagraj महाकुंभ में मची भगदड़ ,20 श्रद्धालुओं की मौत , कई घायल स्थानीय प्रशासन पीड़ितों की हर संभव मदद करने में लगा

प्रयागराज । महाकुंभ मेला क्षेत्र के संगम नोज पर कल रात अचानक भगदड़ मचने से 20 श्रद्धालुओं की दर्दनाक मौत हो गई जबकि एक दर्जन से अधिक श्रद्धालु घायल हो गए । घटना के बाद एनएसजी कमांडो ने मोर्चा संभालते हुए जेटी के आस पास को अपने कब्जे में ले लिया है। स्थानीय प्रशासन ने पीड़ित श्रद्धालुओं की हर संभव मदद करने में लगा हुआ है। भीड़ को कंट्रोल करने के लिए हर चौराहे पर पुलिस बल तैनात कर दिया गया है घायलों को कुंभ क्षेत्र के सेक्टर 2 में बने अस्पताल में भर्ती कराया गया है। फिलहाल मेला प्रशासन ने मरने वाले श्रद्धालुओं की संख्या की पुष्टि नहीं की है। मिली खबर के अनुसार महाकुंभ में मौनी अमावस्या स्नान के लिए मंगलवार की सुबह से ही मेला क्षेत्र में भारी संख्या में श्रद्धालु पहुंच रहे थे ।और शाम 8 बजे तक 4 ,43 करोड़ श्रद्धालु संगम में आस्था की डुबकी लगाई थी । बता दे कि संगम नोज पर रात्रि 2 बजे अचानक भीड़ बढ़ने लगी और स्थिति नियंत्रण से बाहर हुई तो भगदड़ मच गई। इधर उधर भागती भीड़ में जो नीचे गिर पड़ा वह उठ नहीं सका जिसने भागने का प्रयास किया वह भी दब गया ।लोगो ने तत्काल मेला कंट्रोल रूम को सूचना दी । आनन फानन में पैरामिलिट्री फोर्स और एंबुलेंस को अलग अलग स्थान से संगम की ओर रवाना किया गया । मौके पर पहुंचा एंबुलेंस ने तमाम घायल श्रद्धालुओं को अस्पताल लाया गया । स्थानीय प्रशासन पीड़ित श्रद्धालुओं की हर संभव मदद करने में लगा हुआ है । हादसे के बाद मेला प्रशासन दूसरे अमृत स्नान को रोक दिया । हादसे के बाद सभी तीर्थ यात्रियों से विनम्र आग्रह किया जा रहा था कि संगम की ओर आने की कोशिश ना करे अन्य घाटों पर स्नान करे और अपने गंतव्य की ओर प्रस्थान करे ।महाकुंभ क्षेत्र में लगे सैकड़ों माइक पर यही आवाज गूंजने लगी और बार बार माइक से अनाउंस किया जा रहा है कि श्रद्धालु अपने अपने बच्चों को कंधे पर बैठा कर चले किसी को धक्का न मारे धीरे धीरे बढ़े लोगो की सहायता के लिए महाकुंभ मेला कंट्रोल रूम का नंबर 1920 बनाया गया । महाकुंभ में मची भगदड़ के दौरान बलिया जिले के अलग अलग थाना क्षेत्रों की मां बेटी सहित चार लोगों की मौत हो गई। मौत की खबर मिलते ही गांव में कोहराम मच गई।