Varanàsi News : महफ़िल-ए-शबे-नूर में सदर काजी-ए-शहर बनारस का चुना गया

वाराणसी। दिनांक 15.09.2024, रविवार रात ईशा की नमाज़ के बाद, व वक़्त सुब्ह-ए-वहारां, नबी सल्लल्लाहो अलैहे वसल्लम की विलादत पैदाइश के समय उलेमा-ए-किराम, मशाइख-ए-अिज़ाम और अमाइदीन-ए-शहर (गणमान्य लोगों) की मोजूदगी में शाही मस्जिद बादशाह बाग, बनारस में हज़रत अल्लामा मुफ्ती नूर अहमद साहब सज्जादा नशीन खानकाह-ए-आलिया शहीद शाह इलाहाबाद, हज़रत मुफ्ती अंजुम रज़ा नूरी सदर पूर्वांचल रुप्यत-ए-हिलाल कमेटी, हज़रत अल्लामा अब्दुल मोईद रजा क़ादरी बरकाती, हज़रत मोलाना सद्दाम हुसेन साहब, हज़रत अल्लामा वसीम साहब अजहरी खतीब व इमाम मस्जिद खुदा दाद खां, हजरत मौलाना मोहम्मद अमजद खान रिजवी, हज़रत मौलाना हम्जा शैदा इस्माइली, हज़रत मौलाना गुलाम सरवर साहब रिज़वी की मौजूदगी में सदर काज़ी-ए-शहर बनारस, मौलाना हसीन अहमद हबीबी को मुकर्रर किया गया और तीन उलेमा- ए-किराम को नायब, जिनके नाम का ऐलान जल्द ही कर दिया जाएगा। महफ़िल-ए-शबे-नूर शाही जामा मस्जिद बादशाह बाग में तिलावत-ए-कुरान कारी गुलाम सरवर साहब ने की और सदारत मुफ्ती अब्दुल मोईद रज़ा क़ादरी नूरी ने की। निज़ामत अब्दुर्रहमान हनफ़ी ने की। महफ़िल-ए-शबे-नूर का इख़्तिताम फजर की नमाज से पहले सलातो सलाम के बाद मुफ्ती साहेब क़िबला की दुआ – पर हुआ। दुआ के बाद लंगर-ए-मोहम्मदी तकसीम किया गया।