बाबा विश्वनाथ धाम की तृतीय वर्षगांठ पर विशेष शोभा यात्रा का हुआ आयोजन

वाराणसी, बाबा विश्वनाथ की नगरी, आज उनकी धाम की तीसरी वर्षगांठ पर उत्सव के रंगों में सराबोर नज़र आई। इस अवसर पर भव्य शोभा यात्रा निकाली गई, जिसमें काशीवासियों ने अपनी अद्भुत भागीदारी से इसे महोत्सव का रूप दे दिया। इस बार शोभा यात्रा की थीम प्रयागराज महाकुंभ रही।
झांकियों की विशेषता
झांकियों में अमृत कलश, नुक्कड़ नाटक, और शिव-पार्वती एवं राधा-कृष्ण का नृत्य विशेष आकर्षण का केंद्र रहे। महाकुंभ और बाबा भोलेनाथ के बीच के संबंध को खूबसूरती से प्रस्तुत किया गया। हजारों महिलाओं ने गुलाबी और पीले साफे पहनकर शोभा यात्रा को खास रंग दिया। यात्रा के दौरान काली मां का नृत्य, नीलकंठ महादेव के विषपान और महाकुंभ की यात्रा के दृश्य ने श्रद्धालुओं का ध्यान आकर्षित किया।

विशेष अतिथि
कार्यक्रम का शुभारंभ शहर दक्षिणी के विधायक और पूर्व मंत्री डॉ. नीलकंठ तिवारी ने हरी झंडी दिखाकर किया। उनके साथ हिंदू वाहिनी के अम्बरीश सिंह भोला और कई अन्य गणमान्य अतिथि उपस्थित रहे।
शोभा यात्रा की व्यवस्थाएं
शोभा यात्रा का संचालन शिव बारात समिति के संयोजक दिलीप सिंह और संरक्षक आर.के. चौधरी ने किया। महिला विंग की प्रभारी वंदना रघुवंशी और सह प्रभारी संतोषी शुक्ला समेत समिति के अन्य सदस्यों ने आयोजन की सफलता सुनिश्चित की।
समाज की भागीदारी
इस आयोजन में शहर की विभिन्न सामाजिक संस्थाओं ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। दवा विक्रेता समिति, केशरवानी समाज, श्री काशी अग्रवाल समाज, मारवाड़ी समाज, और रेड क्रॉस सोसाइटी ने रास्ते भर पुष्प वर्षा और जलपान की व्यवस्था की।
यात्रा का समापन
शोभा यात्रा का समापन चित्तरंजन पार्क पर हुआ, जहां अविरल गंगा स्पोर्ट्स सोसाइटी ने प्रतिभागियों का स्वागत किया। विधायक डॉ. नीलकंठ तिवारी ने आयोजन में सक्रिय भूमिका निभाने वाले सभी सदस्यों को दुपट्टा पहनाकर सम्मानित किया।
मुख्य आयोजक
संचालन व्यवस्था में कमल सिंह, अशोक चौरसिया, विवेक मेहरोत्रा, और श्रीकांत पाण्डेय जैसे कई महत्वपूर्ण व्यक्तियों का योगदान रहा।
इस भव्य आयोजन ने काशीवासियों की सहभागिता और उनकी सांस्कृतिक धरोहर को नई ऊंचाई दी। बाबा विश्वनाथ की इस शोभा यात्रा ने काशी को एक बार फिर से उत्सवों की नगरी के रूप में प्रस्तुत किया।