वाराणसी : राज्य कर्मचारी परिषद की मुख्यमंत्री से सकारात्मक वार्ता: भर्ती प्रक्रिया में तेजी और विभागीय विवाद समाधान पर हुआ संवाद

Shekhar Pandey
वाराणसी, 12 जून 2025।
राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद के एक प्रतिनिधिमंडल ने परिषद के प्रदेश अध्यक्ष इंजीनियर हरिकिशोर तिवारी के नेतृत्व में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से भेंट कर कर्मचारियों से जुड़े अहम मुद्दों पर विस्तृत चर्चा की। बैठक में आयोगों की धीमी चयन प्रक्रिया, रिक्त पदों की भरती, अनावश्यक न्यायिक विवादों, कैशलेस इलाज, पुरानी पेंशन व्यवस्था जैसे विषयों पर गहन विमर्श हुआ।
प्रदेश अध्यक्ष श्री तिवारी ने मुख्यमंत्री को अवगत कराया कि वर्ष 2015 से अब तक कई रिक्त पद विभिन्न कारणों से लंबित हैं। अधीनस्थ चयन आयोग ने 2022 में केवल 7 परीक्षाएं आयोजित कीं, 2023 में 4 और 2024 में मात्र 6 परीक्षाएं ही संपन्न हो सकीं। वर्तमान में विभिन्न संवर्गों में 50-60 प्रतिशत पद खाली पड़े हैं, जिससे जमीनी स्तर पर कार्यों की गति प्रभावित हो रही है।
श्री तिवारी ने यह भी बताया कि विभागीय विवाद समाधान हेतु पूर्व में गठित विभागीय विवाद फोरम की बैठकें नियमित न होने के कारण कई प्रकरण न्यायालय में लंबित हैं, जिससे सरकार और कर्मचारियों दोनों का समय और संसाधन व्यर्थ हो रहा है। उन्होंने सुझाव दिया कि ऐसे मामलों को फोरम में आपसी समझौते से सुलझाया जा सकता है।
बैठक में कर्मचारियों के अंशदान को 10% से बढ़ाकर 14% करने, पूर्ववर्ती सरकार द्वारा रोके गए ₹10,500 करोड़ की राशि को वर्तमान सरकार द्वारा कर्मचारियों के खातों में जमा कराने तथा आठवें वेतन आयोग की जल्द लागू किए जाने के निर्णयों की सराहना की गई। तिवारी ने यह भी कहा कि पेंशन में अंतिम सुरक्षा व महंगाई भत्ता जोड़ने के निर्णय को अमल में लाने हेतु प्रधानमंत्री से हुई चर्चा के बाद भी कुछ कमियाँ शेष हैं, जिन्हें दुरुस्त करने का आग्रह किया गया है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रतिनिधिमंडल की बातों को गंभीरता से सुनते हुए सभी आवश्यक मुद्दों के समाधान का आश्वासन दिया।
इस सकारात्मक वार्ता को लेकर परिषद के जिलाध्यक्ष शशिकांत श्रीवास्तव समेत सुरेंद्रनाथ पांडेय, श्याम राज यादव, सुधांशु सिंह, दिवाकर द्विवेदी, दीपेन्द्र श्रीवास्तव, गीतांजलि राणा, गीता उपाध्याय, अंजली शास्त्री, अवधेश पांडेय, हरेंद्र यादव, रामनिवास सिंह, मनोज कुमार, वाचस्पति मिश्रा, संजय श्रीवास्तव, सुनील सिन्हा, अभिषेक और प्रवीण वर्मा आदि ने प्रसन्नता जताते हुए कहा कि मुख्यमंत्री की सकारात्मक सोच से जल्द ही ठोस निर्णयों की उम्मीद है।