उत्तर प्रदेशवाराणसी

Varanasi : श्रावण मास को लेकर श्री काशी विश्वनाथ धाम में समस्त स्टेकहोल्डर्स के साथ समन्वय बैठक संपन्न

Shekhar pandey

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वाराणसी, निष्पक्ष काशी । श्री काशी विश्वनाथ धाम स्थित सभागार (बोर्ड रूम) में रविवार 6 जुलाई को वाराणसी मंडल के आयुक्त की अध्यक्षता में श्रावण मास – 2025 की तैयारियों को लेकर एक समन्वय बैठक आयोजित की गई। इस बैठक का मुख्य उद्देश्य श्री काशी विश्वनाथ धाम में कार्यरत समस्त स्टेकहोल्डर्स जिसमें धाम में स्थित छोटे/बड़े दुकानदार, धाम में कार्यरत सुरक्षा एवं सफाई एजेंसी, धाम में स्थिति गेस्ट हाउस, जलपान केंद्र, व अन्य संस्थाओं के संचालनकर्ताओं की समस्याओं को सुनना एवं उनका यथासंभव समाधान सुनिश्चित करना था। बैठक में श्री काशी विश्वनाथ मंदिर न्यास के मुख्य कार्यपालक अधिकारी विश्व भूषण, डिप्टी कलेक्टर पवन प्रकाश पाठक, डिप्टी कलेक्टर शंभू शरण, विशेष कार्याधिकारी उमेश कुमार सिंह, तथा नायब तहसीलदार मिनी एल शेखर उपस्थित रहे। साथ ही, धाम परिसर में कार्यरत समस्त छोटे-बड़े दुकानदारगण एवं निःशुल्क सेवा दे रहे शास्त्रीगणों ने भी बैठक में सहभागिता की।


बैठक के दौरान स्टेकहोल्डर्स द्वारा विभिन्न प्रमुख पर्वों ,जैसे रंगभरी एकादशी, महाशिवरात्रि इत्यादि, के अवसरों पर धाम में आने वाले श्रद्धालुओं की भारी भीड़, आवागमन की चुनौतियों, तथा दुकानों तक श्रद्धालुओं की पहुँच में आ रही समस्याओं को प्रमुखता से उठाया गया। आयुक्त ने इन समस्याओं को गंभीरता से लेते हुए संबंधित अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए और सभी के साथ समन्वय बनाकर समस्याओं के त्वरित समाधान का आश्वासन दिया। पूजा थाली आपूर्ति करने वाले वेंडर्स एवं शास्त्रीगण ने अपनी समस्या बताई। पूजा थाली वेंडर्स ने बताया कि एक थाली का मात्र 65 रुपए मूल्य है इसमें पूजन सामग्री की मात्रा अत्यंत अल्प ही आ पाती है इसलिए श्रद्धालु बहुधा असंतोष व्यक्त करते हैं। शास्त्रीगण ने बताया कि एक रुद्राभिषेक पर शास्त्री को मात्र 150 रुपए मिलते हैं। मुख्य कार्यपालक अधिकारी ने बताया कि यह दर 2014 में रुद्राभिषेक टिकट का मूल्य तय किया गया था तब से दर में कोई वृद्धि न होने के कारण वेंडर्स एवं शास्त्री को भी पुराने दर पर ही भुगतान किया जा रहा है। मंडलायुक्त ने इस विषय पर 11 वर्षों में हुई मूल्य वृद्धि तथा आजीविका की लागत में हुए परिवर्तनों के परिप्रेक्ष्य में वर्तमान समय के अनुरूप एक सुविचारित प्रस्ताव प्रस्तुत करने के लिए मंदिर प्रशासन को निर्देशित किया।


बैठक में “प्लास्टिक मुक्त धाम” के दिसंबर 2024 बोर्ड बैठक में पारित प्रस्ताव के क्रियान्वयन की समीक्षा भी की गई। मुख्य कार्यपालक अधिकारी ने बताया कि सिंगल यूज प्लास्टिक को पूर्णतः रोका जा चुका है। परन्तु अभी चढ़ाने के लिए दूध एवं फूल माला श्रद्धालु प्लास्टिक के पात्र में लाते हैं और प्लास्टिक के पात्र में ही दुकानदार विक्रय भी करते हैं। यह निर्णय लिया गया कि सिंगल यूज प्लास्टिक पॉलीथिन इत्यादि का प्रवेश आज से पूर्णतः प्रतिबंधित रहेगा। आगामी श्रावण मास जो 11 जुलाई से शुरू होकर 09 अगस्त तक रहेगा, इस पूरे पवित्र माह की अवधि में पलास्टिक की अन्य वस्तुएं यथा प्लास्टिक के लोटे आदि का भी धाम में प्रयोग हतोत्साहित किया जाएगा। दिनांक 10 अगस्त 2025 से किसी भी प्रकार का प्लास्टिक यथा दूध का पात्र अथवा फूल माला का पात्र ले कर किसी भी व्यक्ति का प्रवेश धाम परिसर में पूर्णतः प्रतिबंधित रहेगा l इस संबंध में मीडिया, सोशल मीडिया तथा अन्य माध्यमों से व्यापक प्रचार प्रसार संपूर्ण श्रावण मास में कर लिया जाय। 10 अगस्त से किसी भी प्रकार का प्लास्टिक किसी भी दशा में धाम परिसर में प्रवेश नहीं हो यह कठोरता से सुनिश्चित किया जाएगा। इस बैठक के माध्यम से आगामी श्रावण मास के सुगम एवं व्यवस्थित आयोजन हेतु सभी संबंधित पक्षों के बीच बेहतर समन्वय स्थापित करने की दिशा में महत्वपूर्ण अंतर्दृष्टि प्राप्त हुई। मंडलायुक्त द्वारा यथा आवश्यकता अन्य सरकारी विभागों पुलिस, सीआरपीएफ, एनडीआरफ, पीएसी आदि से भी समन्वय करते हुए समस्याओं के निराकरण हेतु मंदिर प्रशासन को निर्देश प्रदान किए। अंत में “ॐ नमः पार्वती पतये हर हर महादेव” के जयघोष के साथ बैठक समाप्त हुई।

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