Varanasi : स्वामी बाणेश्वरानन्द तीर्थ महाराज तीरोधानोत्सव पर विद्वत सभा का आयोजन, विद्वानों का सम्मान

कामरूप मठ में विद्वत सभा का आयोजन
वाराणसी । दिनांक 21 मार्च, दशाश्वमेध स्थित कामरूप मठ में स्वामी बाणेश्वरानन्द तीर्थ महाराज के तीरोधानोत्सव पर विद्वत सभा का आयोजन किया गया जिसमें विद्वानों का सम्मान किया गया। वर्तमान महंत स्वामी शुद्धानन्द तीर्थ ने ब्रह्मलीन महाराज के चित्र पर माल्यार्पण किया। विधि विधान से गुरु पूजन कर विद्वानों का सम्मान किया। इस मौके पर साहित्यशास्त्र के विद्वान डॉ रामलखन पाठक ने कहा की संतों ने ही वेद के माध्यम से सनातानी परम्परा को आगे बढ़ाया है।

अतः मठों का संरक्षण आवश्यक है। काशी पण्डित सभा के मन्त्री डॉ विनोद राव पाठक ने अपने सम्बोधन में बोला कि काशी में संतों की परम्परा काफ़ी प्राचीन रही है।
काशी विद्वत परिषद के मंत्री राष्ट्रपति पुरस्कृत पूर्व प्राचार्य डॉ गणेश दत्त शास्त्री ने संस्मरण सुनाते हुए कहा कि स्वामी अच्युतानन्द तीर्थ महाराज के प्रिय शिष्य स्वामी बाणेश्वरानन्द तीर्थ ने कामरूप मठ के साथ-साथ अखिल भारतीय दंडी सन्यासी समाज के अध्यक्ष के रूप में संस्कृत व संस्कृति की काफी सेवा व संरक्षण किया था। समाज उनका सदैव आभारी रहेगा।
सभा का संचालन डॉ पवन कुमार शुक्ल ने व धन्यवाद ज्ञापन डॉ शम्भू शर्मा ने दिया। इस अवसर पर विद्वानों में आचार्य विकास दीक्षित, आचार्य संजय उपाध्याय, स्वामी जपीश्वरानन्द, स्वामी ब्रह्मानन्द, स्वामी बागेश्वरानन्द, स्वामी रामानन्द, स्वामी विश्वम्भर आश्रम व स्वामी दशानन्द तीर्थ आदि ने भी अपने विचार व्यक्त किए।