गाजीपुर में 10 साल से चल रही चकबंदी प्रक्रिया में तेजी, 2 साल में पूरी करने का निर्देश

गाजीपुर। जिलाधिकारी और जिला उप संचालक चकबंदी आर्यका अखौरी ने जनपद के 17 चकबंदी प्रक्रियाधीन गांवों की गहन समीक्षा की। इनमें 6 गांव, जिनमें बेमुआ, शेरपुर, ढोटारी, हटवार, मुरारसिंह, भैरोपुर, मखदुमपुर, और दशवन्तपुर शामिल हैं, 2023 और 2024 में चकबंदी प्रक्रिया में शामिल हुए हैं और इनमें कार्य निर्धारित लक्ष्य के अनुसार चल रहा है।
बाकी 11 गांव—रायपुर बाघपुर, बबुरा, सकरा, मौधियां, तरांव (सैदपुर), तरांव (खानपुर), तिलसड़ा, दरवेपुर, बद्धोपुर, बघांव, और मुड़ियार—10 साल से अधिक समय से चकबंदी प्रक्रिया के तहत हैं। जिलाधिकारी ने इन पुराने गांवों की प्रक्रिया में तेजी लाकर इसे अगले 2 वर्षों में पूर्ण करने के निर्देश दिए।
तिलसड़ा, दरवेपुर, और तरांव (खानपुर) गांव उच्च न्यायालय के स्थगन आदेश के कारण प्रभावित हैं, जिनके लिए अदालत में प्रभावी पैरवी करने के निर्देश दिए गए हैं। जिलाधिकारी ने सभी गांवों में चकबंदी कार्य को निष्पक्ष, पारदर्शी, और समयबद्ध ढंग से पूरा करने का आदेश दिया और किसी प्रकार की लापरवाही पाए जाने पर संबंधित अधिकारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की चेतावनी दी।
बैठक में आयुष चौधरी, मुख्य राजस्व अधिकारी, रमजान बख्श बन्दोबस्त अधिकारी, और अन्य सहायक चकबंदी अधिकारी उपस्थित थे।