Varanasi : विश्व होम्योपैथिक दिवस पर डॉ हैनिमैन की 270वीं जयंती हर्षोल्लास से मनाई गई

वाराणसी। होम्योपैथिक चिकित्सा विज्ञान के जनक डॉ सेमूअल हैनीमैन की 270 वीं जयंती समारोह होटल प्लाजा इन, कैंट में हर्सोल्लस से मनाया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि आर पी कुशवाहा, राज्य मंत्री उत्तर प्रदेश शासन, जिला होमियोपैथी चिकित्सा अधिकारी इंचार्ज डॉ मनीष त्रिपाठी मुख्य वक्ता डॉक्टर आर एस पटेल व वरिष्ठ चिकित्सक डॉ पी के मुखर्जी व संस्था के राष्ट्रीय संयोजक डॉक्टर ए के सिंह व डाक्टर जी एस मौर्या ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर व महात्मा हैनिमैन को माल्यार्पण कर व कार्यक्रम की शुरुआत किया। सर्प्रथम व डॉ एस पी पटेल, डाक्टर नीरज सिंह डॉ सिद्धार्थ, डाक्टर प्रिंस, डा के के सिंह, डॉ राजीव मौर्या ने वह मंचासीन अतिथियों का अंग वस्त्र भेंट करते हुए बैच लगाकर।संथा के राष्ट्रीय संयोजक डॉक्टर अनिल सिंह ने अतिथियों का स्वागत किया। मुख्य अतिथि आर पी कुशवाहा ने होम्योपैथिक चिकित्सा विधा पर प्रकाश डालते हुए उत्तर प्रदेश सरकार से होम्योपैथिक चिकित्सा शिक्षा के प्रचार कराने की बात कही। कार्यवाहक जिला होमियोपैथिक चिकित्साधिकारी ने होमिपैथिक कार्यक्रमो व सुविधाओं पर प्रकाश डाला। कार्यक्रम के मुख्य वक्ता डॉ आर एस पटेल राष्ट्रीय अध्यक्ष द्वारा होम्योपैथिक चिकित्सा से दुसाध्याय बीमारियों की जड़ मूल से आरोग्य करने की पर प्रकाश डाला। वक्ताओं की कड़ी में संगठन के संरक्षण डॉ जी एस मौर्य, सर्वेयर ऑडिटर इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन ने होम्योपैथी के जनक डॉ हैनीमैन के जीवन पर प्रकाश डालते हुए पुरानी बीमारियों की चिकित्सा की केस टेकिंग वह निदान पर प्रकाश डाला व सरकार द्वारा होम्योपैथी के साथ सौतेला व्यवहार की चर्चा की। संस्था के प्रदेश अध्यक्ष डराकेश कुमार सिंह ने सरकार द्वारा खोले जा रहे होम्योपैथीक मेडिकल कॉलेज की चर्चा की, अन्य वक्ताओं की कड़ी में राजीव मौर्या एमडी ने आधुनिक होम्योपैथी में रिसर्च पर प्रकाश डालते हुए अध्यनरत होमियोपैथिक छात्रों व चिकित्सकों को एमडी व पीएचडी करने पर जोर दिया। कार्यक्रम में मुख्य रूप से डॉ अश्वनी, डॉ नीरज सिंह, डॉ प्रिंस सिंह, डॉ के के सिंह, डॉ सुधाकर सिंह, डॉ सिध्दार्थ सिंह, डॉ शमशेर बहादुर, डॉ अनुराग वर्मा, डॉ एस के राय, डॉ रमेश विश्वकर्मा, डॉ राजीव प्रसाद, डॉ पुनीत सिंह , डॉ विकाश पांडेय, डॉ संतोष सिंह डॉ आशुतोष विश्वकर्मा, डॉ राजेश पटेल, डॉ बी पी यादव, डॉ मुकेश विश्वकर्मा, डॉ अनुराग वर्मा, डॉ कोमल यादव, डॉ पवन कुमार सिंह, डॉ डी सिन्हा ने अपने विचार व्यक्त किया। संचालन डॉ अंजुल ने किया। धन्यवाद ज्ञापन डॉ नीरज ने किया।