Varanàsi : मॉरीशस हिंदी प्रचारिणी सभा ने लिया ‘ब्रह्मराष्ट्र एकम्’ की सदस्यता, भारत-मॉरीशस रिश्तों को देंगे नई ऊंचाई

शेखर पाण्डेय निष्पक्ष काशी न्यूज़
वाराणसी। दिनांक 15 जनवरी, बड़े ही हर्ष का विषय है कि भारत के दौरे पर आई मॉरीशस के हिंदी प्रचारिणी सभा जिसकी स्थापना सन् 1950 में हुई थी उसकी कोषाध्यक्ष ज्योति बोबून ‘विश्वाणी’ सहित कुल 15 लोगों ने ब्रह्मराष्ट्र एकम् की धार्मिक एवं आध्यात्मिक संगठन की प्रारंभिक सदस्यता ली और साथ में पूरे मॉरीशस में संगठन का विस्तार करेंगी | सभी सदस्य हाल ही में उड़ीसा में हुए आप्रवासी भारत सम्मेलन में सम्मिलित हो कर काशी के दौर पर दर्शन पूजन किया तत्पश्चात प्रयागराज के महाकुंभ 2025 में आस्था और संस्कृति की डुबकी लगाएंगे। उक्त जानकारी आज प्रेसवार्ता के दौरान ब्रह्मराष्ट्र एकम के संस्थापक अध्यक्ष डॉ सचिन सनातनी व ज्योति बोबून ने संयुक्त रूप से दी।
प्रेस वार्ता में ज्योति बोबून ने बताया कि ब्रह्मराष्ट्र एकम् के संस्थापक अध्यक्ष डॉ सचिन सनातनी धर्म संस्कृति और आध्यात्मिक क्षेत्र बड़े-बड़े आयोजन कर रहे हैं जिससे लाखों वर्षों का सनातनी इतिहास हमारे हिंदू एकता को बल देने का कार्य कर रहे हैं जिसमें विशेष तौर पर युवाओं की सहभागिता अधिक सक्रिय है, संगठन द्वारा सप्त ऋषि गुरुकुल के आगामी निर्माण कार्य को सराहते हुए एक गुरुकुल मॉरीशस में इनकी शाखा के रूप में खोलने का प्रयास करेगी। संगठन के विभिन्न दायित्वों पर सभी 15 सदस्य दल ने संकल्प लेकर भारत और मॉरीशस के रिश्तो को और मजबूत बनाने पर जोर दिया है। भारत की मिट्टी में वह शक्ति है जो पूरे विश्व को भारत की संस्कृति और संवैधानिक रूप से जोड़ सकती है, जिसमें सभी जाति वर्ग और समुदाय को एकता-अखंडता और समानता के सूत्र में बांधकर वासुदेव कुटुंबकम की भावना को चरितार्थ किया जा सके।