Varanàsi : कैबिनेट मंत्री ने कहा ,नहीं खत्म होगी 43 साल की परंपरा , महाशिवरात्रि पर ही निकलेगी वाराणसी में शिव बरात

वाराणसी । महाकुंभ के पलट प्रवाह और अखाड़े के पेशवाई को देखते हुए जिला प्रशासन ने शिव बारात शिवरात्रि के अगले दिन निकलने की बात कही थी इसको लेकर कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय राय ने सवाल खड़े किए थे। विरोध को देखते हुए यूपी सरकार के मंत्री और शहर उत्तरी के विधायक रविन्द्र जायसवाल ने मंगलवार देर शाम जिले के अधिकारियों से बात की। बैठक के बाद जिला प्रशासन ने एक रिलीज जारी कर रात 8 बजे महामृत्युंजय मन्दिर से निकलने वाली शिव बरात के शिवरात्रि वाले दिन ही निकलने की पुष्टि की। हालांकि, काशी में अलग-अलग इलाकों से दर्जन की संख्या में शिव बरात निकाली जाती है। अन्य शिव बरात को लेकर शिवरात्रि की पूर्व संध्या तक कोई तस्वीर साफ नहीं हो सकी है। बता दे कि इस बार महाशिवरात्रि में महाकुंभ की वजह से अखाड़ों की पेशवाई भी निकलनी है। साथ ही महाकुंभ की वजह से काशी में श्रद्धालुओं की संख्या भी करीब 25 लाख पहुंचने का अनुमान है।

इसे देखते हुए प्राथमिकता पर अखाड़ों की पेशवाई के समय किसी अन्य संगठन के शिव बरात को शिवरात्रि के अगले दिन निकालने की बात जिला प्रशासन ने कही थी। इसी आदेश को कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष ने मुद्दा बना कर भाजपा सरकार पर हमला बोल दिया। प्रदेश अध्यक्ष अजय राय ने इसे परंपराओं को नष्ट करने वाला आदेश तक बता दिया। विवाद बढ़ता देख शहर उत्तरी विधायक एवं यूपी सरकार में मंत्री रविन्द्र जायसवाल एक्टिव हुए और मंगलवार की देर शाम शिव बरात आयोजक और अधिकारियों संग बैठक की। बैठक के बाद जिला प्रशासन ने एक रिलीज जारी करते हुए बताया कि शिवरात्रि के दिन ही रात 8 बजे अपनी पुरानी परंपरा के अनुसार शिव बरात निकलेगी।
शिव बरात को लेकर मीडिया ने डीसीपी काशी गौरव बंसवाल से बात की। इस पर डीसीपी गौरव बंसवाल ने बताया कि अत्यधिक भीड़ के मद्देनजर कई बदलाव किए गए हैं। ट्रैफिक डायवर्जन से लेकर शिव बरात के निकलने को लेकर कार्यक्रमों में परिवर्तन किया गया है। सुरक्षा के लिहाज से सबसे पहले अखाड़ों से निकलने वाली पेशवाई को सबसे पहले जगह दी जाएगी। उसके बाद समय और सुरक्षा मानकों को देखते हुए शिव बरात को निकालने की इजाजत होगी।