Varanàsi News : यूथ्रो कैपिटल ने उत्तर प्रदेश के एमएसएमई क्षेत्र के विकास के लिए बनाई बड़ी योजना

वाराणसी। यूग्रो कैपिटल, जो एमएसएमई क्षेत्र पर केंद्रित एक प्रमुख डेटाटेक एनबीएफसी है, ने आज उत्तर प्रदेश में अपनी रणनीतिक एंटी की घोषणा की। यह कदम राज्य के उभरते एमएसएमई क्षेत्र को सशक्त बनाने के मिशन में एक महत्वपूर्ण पहल है। यह घोषणा यूग्रो कैपिटल के संस्थापक और प्रबंध निदेशक, श्री शचिद्र नाथ द्वारा वाराणसी में आयोजित विशेष एमएसएमई कॉन्क्लेव के दौरान की गई, जिसमें माननीय श्रम एवं रोजगार मंत्री श्री अनिल राजभर भी मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए। कॉन्क्लेव में विभिन्न उद्योग निकायों जैसे इंडो-अमेरिकन चेंबर ऑफ कॉमर्स, ICAI, और भारतीय उद्योग संघ (IIA) के सदस्यों ने भाग लिया। इस अवसर पर यूग्रो कैपिटल की एमएसएमई संपर्क रिपोर्ट के दूसरे संस्करण का भी अनावरण किया गया। श्री राचिद्र नाथ ने कहा, “वाराणसी में जन्मे और पले-बढ़े होने के नाते, मेने उत्तर प्रदेश की असीम संभावनाओं को देखा है।

यहां का एमएसएमई क्षेत्र नवाचार और उद्यमिता का पावरहाउस है, लेकिन यह अभी भी काफी हद तक अप्रयुक्त है। हम इस क्षमता को उजागर करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।” रिपोर्ट में भारत में एमएसएमई क्षेत्र की वर्तमान स्थिति और ऋण प्राप्त करने में आने वाली चुनौतियों का विस्तृत विश्लेषण किया गया है। श्री नाथ ने आगे कहा, “यह रिपोर्ट न केवल नीति निर्माताओं के लिए है, बल्कि सभी हितधारकों के लिए एक उपकरण है जो एमएसएमई को सशक्त करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।” उत्तर प्रदेश में १० लाख से अधिक एमएसएमई हैं, जो राज्य की अर्थव्यवस्था में महत्वपूर्ण योगदान देते हैं। हालांकि, कई उद्यम औपचारिक ऋण प्राप्त करने में चुनौतियों का सामना कर रहे हैं, जिससे उनकी वृद्धि बाधित होती है। यूग्रो कैपिटल ने 30 से अधिक शाखाएं खोलने की योजना बनाई है, जिसमें वाराणसी पर 860 विशेष ध्यान दिया जाएगा। श्री नाथ ने कहा, “हम स्थानीय व्यवसायों और सरकार के साथ मिलकर काम करेंगे ताकि एक ऐसा पारिस्थितिकी तंत्र तैयार किया जा सके जहां एमएसएमई फल-फूल सके। “यूशे कैपिटल का यह विस्तार उत्तर प्रदेश के आर्थिक लक्ष्यों को प्राप्त करने में मदद करेगा, जिसमें औद्योगिक उत्पादन बढ़ाना और निवासियों के जीवन स्तर में सुधार शामिल है। कंपनी एमएसएमई को टिकाऊ वित्तीय समाधान प्रदान करने के अपने मिशन के प्रति प्रतिबद्ध है, जिससे राज्य भर में आर्थिक विकास को बढ़ावा मिले।