Varanàsi : सामूहिक हत्याकांड: बदला लेने के लिए की थी हत्या, मुख्य आरोपी भाई गिरफ्तार

वाराणसी। भेलूपुर थाना क्षेत्र के भदैनी में हुए सनसनीखेज सामूहिक हत्याकांड के मुख्य आरोपियों, एक-एक लाख के इनामी विशाल गुप्ता उर्फ विक्की और उसके भाई प्रशांत गुप्ता उर्फ जुगनू को पुलिस ने 6 फरवरी 2025 को गिरफ्तार कर लिया।
क्या है मामला?
4-5 नवंबर 2024 की रात भदैनी में राजेंद्र गुप्ता, उनकी पत्नी नीतू गुप्ता और तीन बच्चों की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। पुलिस जांच में खुलासा हुआ कि आरोपियों ने अपने माता-पिता की हत्या का बदला लेने के लिए इस जघन्य वारदात को अंजाम दिया।
गिरफ्तारी कैसे हुई?
घटना के खुलासे के लिए पुलिस आयुक्त मोहित अग्रवाल के निर्देश पर पुलिस उपायुक्त काशी जोन गौरव बंसवाल, पुलिस उपायुक्त अपराध प्रमोद कुमार, अपर पुलिस उपायुक्त काशी टी. सरवन, अपर पुलिस उपायुक्त अपराध श्रुति श्रीवास्तव और सहायक पुलिस आयुक्त ईशान सोनी के नेतृत्व में एक विशेष टीम गठित की गई। इलेक्ट्रॉनिक सर्विलांस और गुप्त सूचना के आधार पर पुलिस ने 6 फरवरी को सीरगोवर्धनपुर लौटू बीर मंदिर के पास से दोनों भाइयों को गिरफ्तार किया।
आरोपियों का कबूलनामा
पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि वर्ष 1997 में उनके चाचा राजेंद्र गुप्ता ने उनके माता-पिता और दादा की हत्या कर दी थी। तभी से वे राजेंद्र गुप्ता के घर में नौकर की तरह रह रहे थे और अक्सर मारपीट का शिकार होते थे। 2022 में मारपीट की एक घटना के बाद विशाल ने घर छोड़ दिया और प्रशांत के साथ मिलकर हत्या की साजिश रची।
उन्होंने फर्जी आईडी पर सिम कार्ड खरीदे और बिहार से हथियार मंगवाए। 4-5 नवंबर 2024 की रात उन्होंने पहले राजेंद्र गुप्ता को रोहनिया स्थित निर्माणाधीन मकान में गोली मारी, फिर भदैनी जाकर नीतू गुप्ता और उनके तीन बच्चों—नवनेन्दु (22), शुभेन्दु (16) और गौरांगी (17) की हत्या कर दी।
क्या-क्या बरामद हुआ?
गिरफ्तारी के दौरान पुलिस ने आरोपियों के पास से:
- 5 मोबाइल फोन
- कई सिम कार्ड
- 26,000 रुपये नकद
- एयरटेल पोर्टेबल वाई-फाई डोंगल बरामद किया।
पुलिस टीम को इनाम
इस हाई-प्रोफाइल गिरफ्तारी के लिए पुलिस आयुक्त मोहित अग्रवाल ने पूरी टीम को 1 लाख रुपये का इनाम और सर्विलांस प्रभारी दिनेश कुमार यादव को प्रशस्ति पत्र प्रदान किया।