
पानीपत। नौल्था गांव के समीप तेज रफ्तार से आ रही ट्रक के चपेट में आने से सामान खरीद कर घर लौट रही एक महिला और उसकी एक बेटी की मौके पर मौत हो गई जबकि उसकी एक बेटी की हालत गंभीर बनी हुई है । हादसे के बाद आरोपित चालक ट्रक लेकर मौके से फरार हो गया। हादसे की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और दोनों के शव को नागरिक अस्पताल के शव गृह में रखवाया। वहीं हादसे में घायल चार वर्षीय घायल बच्ची को अस्पताल में भर्ती करवाया गया है। इस संबंध में विकास कुमार ने बताया कि वह मूल रूप से बिहार के लालनंदा जिला के सदरपुर गांव का रहने वाला है। वह हाल में गांव नौल्था स्थित एक फैक्ट्री में काम करता है। फैक्ट्री में बने क्वार्टर में परिवार सहित रहता है। मंगलवार शाम करीब 6:30 बजे वह अपने पत्नी निशा (21) और चार वर्षीय बेटी नैना और दो माह की बेटी सुनैना के साथ दुकान से सामान लेकर घर लौट रहा था इसी बीच ट्रक के चपेट में आ गया ।
जयपुर। राजस्थान में तेज सर्दी के कारण कोटा की धर्मपुरा गोशाला में पिछले दो सप्ताह में 140 गायों की मौत हो गई है। गोशाला का संचालन नगर निगम करता है। नगर निगम आयुक्त सहित अन्य अधिकारी इस बारे में अधिकारिक रूप से बोलने को तैयार नहीं हैं, लेकिन गोशाला में कार्यरत कर्मचारियों ने सर्दी से बचाव का इंतजाम नहीं होने के कारण गायों की मौत होने की बात स्वीकार की है।तेज सर्दी के बीच गायें खुले में रह रही हैं। सर्दी से बचाव के लिए यहां कोई इंतजाम नहीं हैं। यहां केवल टीन शेड लगे हुए हैं, जिनके नीचे गायें रह रही हैं। बुधवार तक जब गायों की मौत का सिलसिला जारी रहा तो नगर निगम प्रशासन ने तिरपाल और अलाव जलाने का प्रबंध किया है।बड़ी संख्या में गायों की मौत का समाचार कोटा शहर में फैला तो हडकंप मचा और निगम की गोशाला समिति के अध्यक्ष जितेंद्र सिंह मौके पर पहुंचे। उन्होंने गायों के लिए तिरपाल की व्यवस्था करवाने के साथ ही सफाई शुरू करवाई। गायों को पर्याप्त मात्रा में चारा उपलब्ध करवाया गया।कोटा नगर निगम के राजस्व अधिकारी दिनेश कुमार शर्मा ने कहा, “गोशाला के लिए 16 करोड़ रुपये का बजट था, जिसमें से तीन करोड़ रुपये निर्माण कार्य पर खर्च हो गए। शेष 13 करोड़ रुपये से गायों के चारे, इलाज और स्टाफ के खर्च में इस्तेमाल किया जा रहा है। मौतों की संख्या कम है, लेकिन लोग अधिक बता रहे हैं। सभी गायों की मौत तेज सर्दी के कारण हुई है।”