Varanasi : देश की संप्रभुता से समझौता नहीं सहेंगे: अजय राय ने मोदी सरकार पर बोला हमला

Shekhar pandey
वाराणसी। उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रदेश अध्यक्ष, पूर्व मंत्री अजय राय ने लहुराबीर स्थित कार्यालय पर एक पत्रकार वार्ता का आयोजन किया। पत्रकार वार्ता को संबोधित करते हुए प्रदेश अध्यक्ष अजय राय ने कहा कि देश की संप्रभुता और देशवासियों के स्वाभिमान की रक्षा में, अपने कर्तव्यों का पालन करते हुए अपनी शहादत देने वाले भारत माता के सभी वीर सपूतों शहीदों को कोटि–कोटि नमन और कृतज्ञतापूर्ण श्रद्धांजलि। जवानों ने अपने प्राणों की आहुति देश के खातिर दे दिए, देश सदैव उनका ऋणी रहेगा व हमले में जो भारतीय नागरिक शहीद हुए उनके परिजनों के प्रति सदैव संवेदना रहेगा। प्रश्न यह है की बहनों के माथे का सिंदूर उजाड़ने वाले आतंकवादी कब मारे जायेंगे? मोदी जवाब दे और सिंदूर के नाम पर वोट माँगना बंद करे। पहलगाम के आतंकी हमले के तुरंत बाद कांग्रेस ने राष्ट्रीय एकता का आह्वान करते हुए सर्वदलीय बैठक बुलाने की मांग और सरकार के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ी हो गई हमारे सैन्यबलों ने पूरी सैन्य नैतिकता के साथ अपना शौर्य और पराक्रम दिखाया। इसके बावजूद, मोदी की सरकार बैठ गई और देश को अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की घोषणा से ये जानकारी मिली कि सीजफायर कर दिया गया है। उस दिन से आज तक, ट्रंप ने कई सार्वजनिक मंचों पर लगातार यह बयान दिया है कि व्यापार की धमकी देकर अमेरिका ने ये सीजफायर करवाया। उसके बयान में बार-बार व्यापार और सौदे का जिक्र हुआ, लेकिन आज तक, मोदी सरकार ने न ट्रंप के बयान का खंडन किया, न ट्रंप प्रशासन को कड़ा सार्वजनिक संदेश दिया आखिर क्यों ? मोदी की इस चुप्पी के बाद हर सच्चे देशभक्त के मन में यह सवाल उठना स्वाभाविक है कि क्या हमारी माताओं, बहनों के सिंदूर की पवित्रता को, भारत की गौरवशाली सेना के शौर्य और पराक्रम को व्यापारियों के व्यापार के लिए अपमानित किया गया? किस मजबूरी में, किस दवाब में मोदी ने अमेरिका की धमकी के सामने घुटने टेक दिए? देश की संप्रभुता और स्वाभिमान की रक्षा करने की जगह व्यापारियों के व्यापार की रक्षा मोदी के लिए क्यों ज्यादा जरूरी हो गया? इस सवाल का जवाब देना पड़ेगा कि किस मजबूरी में उन्होंने देश की संप्रभुता और स्वाभिमान से समझौता किया? अजय राय ने कहा कि जब-जब देश को लगता है कि भाजपा के नेता गिरते-गिरते अब तो रुक ही जाएँगे, तभी भाजपा का कोई नेता गिरावट का नया कीर्तिमान रच देता है। पहले मध्य प्रदेश के मंत्री ने कर्नल सोफ़िया कुरैशी को लेकर सेना का अपमान करने वाला बयान दिया, जिस पर भाजपा ने कोई कार्रवाई नहीं की और अब भाजपा सांसद नरेंद्र मोदी के प्रिय रामचंद्र जांगड़ा ने पहलगाम हमले जिन बहनों का सिंदूर उजड़ गया उन पर ओछा बयान देकर यह साबित कर दिया कि भाजपा को न महिलाओं का सम्मान प्यारा है और न ही देश अपने नेताओं के इन घटिया बयानों पर पीएम मोदी मौन समर्थन शर्मनाक है आखिर क्यों ? जो सिंदूर माताओं, बहनों के सौभाग्यवती होने का प्रतीक होता है उस पर मोदी राजनीति करने से नहीं चुके स्वयं की धर्मपत्नी जशोदाबेन जिनके सिंदूर की रक्षा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज तक कर नहीं पाए और सबकी सिंदूर की मार्केटिंग करने से बाज नहीं आ रहे है। आपरेशन सिंदूर की बड़ी बड़ी होर्डिंग की मार्केटिंग हो रही है, पेट्रोल पंप से लेकर सरकारी जगहों पर हर जगह मोदी खूब बढ़िया सेना के पोशाक में चश्मा लगाकर हेलमेट पकड़कर नजर आ रहे है, क्या किसी फोटो पर सेना के जवानों का फोटो है, नहीं है, क्योंकि मोदी को सिर्फ राजनीति करनी है, ट्रेन के टिकटों पर ऑपरेशन सिंदूर की मार्केटिंग की जा रही है प्रश्न तो यह है की सेना ने पराक्रम दिखाया और घुस कर मारा, आपने तो सीजफायर स्वीकार कर लिया फिर अपनी मार्केटिंग आखिर क्यों ? पहले अपने धर्मपत्नी जशोदाबेन को न्याय दीजिए उनके सिंदूर की रक्षा कीजिए, सिंदूर के नाम पर वोट की राजनीति बंद करिए। अजय राय ने कहा कि हम लोग तो यही जानते है की रगो में खून का संचार होता है पर मोदी के रगो में गर्म सिंदूर बह रहा है, इसका मतलब अब अब ब्लड का नाम A + सिंदूर O + सिंदूर B + सिंदूर,AB + सिंदूर ,A – सिन्दूर,O – सिंदूर,B – सिंदूर, AB – सिंदूर माना जाएगा क्योंकि नाम बदलने, जुमले देने का फार्मूला तो मोदी के पास ही है। ऑपरेशन सिंदूर के पोस्टर पर, बीजेपी के सोशल मीडिया पर, रेल टिकट पर, होर्डिंग पर नरेंद्र मोदी अपना फोटो छपवा रहे हैं, कमांडो बन मोदी खड़े हैं यह किस श्रेणी में आता है? राजनीति या कीर्तन? यह जबाब जरूर देश की जनता जानना चाहती है आखिर राजनीति क्यों ? इसलिए हम कहते है “जो हुए डोनाल्ड ट्रंप के आगे सरेंडर उनका नाम है नरेंदर”। पत्रकार वार्ता में प्रदेश अध्यक्ष अजय राय, राजेश्वर पटेल, राघवेंद्र चौबे, फसाहत हुसैन बाबू, गुलशन अली, डॉक्टर नृपेंद्र नारायण सिंह, चंचल शर्मा, अब्दुल हामिद, अरुण सोनी, प्रमोद वर्मा, किशन यादव, रोहित दुबे, परवेज खान,अश्वनी यादव आदि लोग उपस्थित रहे।