Top News : सत्संग में सूट बूट पहनकर प्रवचन देना गलत है, ऐसी कोई परंपरा नहीं है : जगद्गुरु राम भद्राचार्य

चित्रकूट । हाथरस कांड को लेकर चित्रकूट के जगद्गुरु पदमविभूषण से सम्मानित स्वामी रामभद्राचार्य ने भोले बाबा हरिनारायण साकार पर बयान देते हुए कहा है कि वह स्वयं को हरिनारायण बनना चाह रहा था सत्संग में सूट बूट पहनकर प्रवचन देना गलत है, ऐसी कोई परंपरा नहीं है. अगर यह साकार नारायण है तो उसके सत्संग में इतने लोग मरे कैसे? मैं तो कहता हू उसको तुरंत गिरफतार कराकर उसे अजन्म कारावास की सजा सुनानी चाहिए। उन्होंने कहा कि भोली भाली जनता को बहकाकर चौपट करवा दिया। प्रशासन का कोई दोष नहीं, इसके लिए प्रशासन को कोई सूचना नहीं दी गई. इसमें सरकार को और प्रशासन को कठोर कार्रवाई करनी चाहिए । हम तो उस को जानते भी नहीं. सत्संग की एक मर्यादा होती है व्यवस्था होती है. सत्संग में सूट बूट नहीं पहनना पड़ता. सत्संग के लिए सरकार और प्रशासन से अनुमति लेनी चाहिए. उसने प्रशासन को कोई सूचना नहीं दी और एक लाख की भीड़ जुटा ली। जगद्गुरु पदमविभूषण ने कहा कि मैं तो कहता हूं कि इसको तुरंत अरेस्ट करना चाहिए और अजन्म कारावास देना चाहिए. यह असत्य फैलाकर लोगों की भीड़ जुटाते हैं, सत्य में दो अक्षर है और असत्य में तीन अक्षर है. जनता ही मूर्ख थी जो इतनी संख्या में वहां पहुंच गई और सरकार को बदनाम कर रहे हैं. जो स्वयं भगवान था उस भगवान के सामने इतने लोग कैसे मर गए? क्या जनता उससे पूछ नहीं सकती, पूछे उसके घर बहादुरपुर जाकर, जाकर घर घेर ले उस नालायक का, हम लोग जगद्गुरु हैं हमारी एक मर्यादा है और उसे तुरंत जेल भेज देना चाहिए