Nenital News: अवैध मदरसे को हटाने के विरोध में उपद्रव , 300 से अधिक पुलिस कर्मी व निगम कर्मी घायल एक करोड़ की सरकारी संपत्ति के नुकसान का अनुमान

नैनीताल । हल्द्वानी के बभन पूरा में विगत 8 फरवरी को एक अवैध मदरसा और धर्मस्थल ढहाने गई पुलिस और प्रशासन की टीम पर स्थानीय लोगों ने हमला कर दिया। पथराव में सिटी मजिस्ट्रेट ऋचा सिंह, रामनगर कोतवाल समेत 300 से अधिक पुलिसकर्मी और निगमकर्मी घायल हो गए। उपद्रवियों ने बनभूलपुरा थाना भी फूंक दिया। पुलिस की जीप, जेसीबी, दमकल की गाड़ी दोपहिया समेत 70 से अधिक वाहन फूंक दिए गए। आंसू गैस के गोले दागने और लाठी चार्ज के बाद भी जब हालात काबू में नहीं आए, तो सबसे पहले अधिकारी जान बचाने के लिए मौके से भाग लिए। पुलिस व निगम टीम जैसे-तैसे वहां से निकली। प्रशासन ने उपद्रवियों को देखते ही पैर में गोली मारने के आदेश दिए हैं। पिता-पुत्र समेत छह लोगों की गोली लगने से मौत हो गई। शहर में कर्फ्यू लगा दिया गया है।पुलिस सुरक्षा में नगर निगम की टीम बृहस्पतिवार शाम करीब चार बजे मलिक के बगीचे में बने अवैध मदरसे व धर्मस्थल को ढहाने के लिए पहुंची। जेसीबी जैसे ही अवैध धर्मस्थल की ओर बढ़ी स्थानीय लोग भड़क गए और पथराव कर दिया। पुलिस और निगम की टीम तीनों ओर से घिर गई। पथराव के बीच लोगों ने जेसीबी तोड़ दी और पुलिस की जीप समेत कई वाहनों में आग लगा दी।पथराव से 150 के करीब पुलिसकर्मी घायल हो गए। पुलिस ने लाठीचार्ज भी किया लेकिन छतों से हो रहे पथराव के बीच पुलिसकर्मियों के लिए मुश्किल हो रही थी। पुलिस अंदर न आ पाए, इसके लिए उपद्रवियों ने गलियों के आगे टायर जलाकर रास्ता रोक दिया। पुलिस उपद्रवियों से निपट रही थी, तभी दूसरी ओर कुछ लोगों ने बनभूलपुरा थाना फूंक दिया। अफसरों के वहां से निकलने से नेतृत्वविहीन हुई पुलिस व निगम की टीम वहां से किसी तरह बचते-बचाते हुए निकली।बता दें कि, देर शाम पूरे शहर में कर्फ्यू लगाने और उपद्रवियों को देखते ही गोली मारने के आदेश के बीच बनभूलपुरा में पुलिस ने 350 राउंड से अधिक फायरिंग की। इसमें दो लोगों को गोली लगने पर सुशीला तिवारी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। इसमें एक युवक की अस्पताल लाते समय जबकि दूसरे की उपचार के दौरान मौत हो गई। देर रात अलग-अलग अस्पतालों में भर्ती पिता-पुत्र समेत चार अन्य लोगों की भी मौत हो गई। बनभूलपुरा में हुई आगजनी के बाद हल्द्वानी में रात 10 बजे के करीब इंटरनेट सेवा भी बंद कर दी गई। पुलिस प्रशासन ने देश भर में फैल रही अफवाहों के बीच एहतियातन यह कदम उठाया है। कुछ लोग यूसीसी से जोड़कर इस घटना पर गलत तरीके से पोस्ट करने की खबरें आ रही थीं।बनभूलपुरा में बवाल की खबर आते ही बाजार में भी अफरा-तफरी मच गई। व्यापारियों ने अपने प्रतिष्ठान बंद करने शुरू कर दिए थे। अंधेरा होने से पहले ही हल्द्वानी का बाजार लगभग बंद हो गया। बनभूलपुरा में हुए बवाल को देखते हुए हल्द्वानी में शुक्रवार को आंगनबाड़ी केंद्रों और कक्षा एक से 12 तक के सभी स्कूल बंद रहेंगे। खंड शिक्षा अधिकारी हरेंद्र मिश्रा ने बताया कि वनभूलपुरा में हुए हंगामे के मद्देनजर शुक्रवार को सभी सरकारी और निजी स्कूलों, आंगनबाड़ी केंद्र बंद रहेंगे।