Varanàsi : श्रीमद् भागवत कथा सुनकर श्रोता हुए भाव विभोर

वाराणसी। शिवपुर रामलीला मैदान में बाल विदुषी पूज्या शिवांगी किशोरी जी के श्रीमुख से श्रीमद्भागवत कथा का समापन हुआ। कथा के अंतिम दिन श्रद्धालुओं ने भाव-विभोर होकर कथा का श्रवण किया। श्रीमद्भागवत को कल्पतरु के समान बताया गया, जिसके श्रवण से मनुष्य की सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं और वह जीवन के कष्टों से मुक्ति पाता है।
कथा का आयोजन फलाहारी बाबा संत ट्रस्ट एवं ॐ जय जगदीश सेवा संस्थान के संयुक्त प्रयास से किया गया। संस्थान के अध्यक्ष डॉ. अजय कुमार मिश्र ने कहा, “परोपकार सबसे बड़ा धर्म है। हमें सदैव दूसरों के कल्याण के बारे में सोचते हुए कार्य करना चाहिए।” उन्होंने इस विचार को “परहित सरिस धर्म नहीं भाई” के माध्यम से व्याख्यायित किया।
कार्यक्रम में प्रमुख अतिथि उत्तर प्रदेश सरकार के राज्य मंत्री श्री रविंद्र जायसवाल, पूर्व सांसद डॉ. राजेश मिश्रा, भाजपा के जिला उपाध्यक्ष श्री संजय सिंह, और श्री रामप्रकाश दुबे शामिल हुए। सभी अतिथियों का डॉ. अजय कुमार मिश्र द्वारा स्वागत और सम्मान किया गया।
कथा में प्रमुख रूप से उपस्थित अन्य श्रद्धालुओं में श्री विनोद दुबे, महंत रामदास त्यागी, श्री घनश्याम सिंह यादव, श्री राकेश चौबे, अभय सिंह, रामानंद त्रिपाठी, और श्री विनय तिवारी शामिल रहे। सभी ने कथा श्रवण के पश्चात बाल विदुषी शिवांगी किशोरी जी के आशीर्वचन प्राप्त किए।
कथा के समापन पर भक्तों ने भावपूर्ण वातावरण में प्रभु की आराधना की और धर्म-आधारित जीवन जीने का संकल्प लिया।