Varanàsi : महाकुंभ का पलट प्रवाह,काशी में अधिकारी उतरे सड़क पर, ऑटो और ई-रिक्शा संचालन पर लगाई रोक

वाराणसी। प्रयागराज में महाकुंभ में हुई घटना को लेकर वाराणसी के पुलिस-प्रशासन के अधिकारी अलर्ट हो गए हैं। आज सुबह से ही अधिकारी शहर में भीड़ वाले स्थानों पर पहुंच कर व्यवस्था को संभाला लिया है। साथ ही एक बड़ा निर्णय लिया गया और महाकुंभ से लौटने वाली श्रद्धालुओं की भीड़ नियंत्रित करने के लिए काशी जोन में ऑटो, ई-रिक्शा के परिचालन पर रोक दिया गया। पुलिस प्रशासन के अनुसार, कैंट जाने के लिए भदऊं चुंगी, वाराणसी सिटी, कैंट मंडुवाडीह के रास्ते लंका जाने की छूट है। इसी रास्ते से लोगों को लौटने की राह दी जाएगी। शहर में अंदरूनी हिस्से में जाम पर नियंत्रण के लिए ऑटो, टोटो (ई-रिक्शा) की एंट्री पर रोक लगा दी गई है। यह व्यवस्था 29 और 30 जनवरी को लागू रहेगी। इसी प्रकार बिहार से गाड़ियों को गाजीपुर में रोक दिया गया है। इसी प्रकार गाजीपुर से वाराणसी आने वाली गाड़ियों को कैथी प्लाजा पर रोक दिया गया है। प्रयागराज से वाराणसी शहर में आने वाली गाड़ियों को मोहनसराय पर रोक दिया जा रहा है। गाड़ियों को थोड़ी-थोड़ी देर रोककर क्रम से छोड़ा जा रहा है। इसी प्रकार चंदौली की तरफ से आने वालों को रोक दिया गया है। साथ ही गोदौलिया चौराहे पर पुलिस आयुक्त मोहित अग्रवाल भीड़ को कंट्रोल करने की रणनीति डीसीपी काशी जोन गौरव बंसवाल को बताते हुए बताया कि हाईवे पर यातायात सुचारु रखने के लिए डीसीपी फोर्स के साथ अपने-अपने इलाके में जमे हैं। इसी प्रकार जिलाधिकारी एस राजलिंगम स्वयं बनारस स्टेशन पहुंचे। उन्होंने श्रद्धालुओं से अपील किया कि वह धैर्य रखें। व्यवस्था में सहयोग करें। जिलाधिकारी ने बनारस स्टेशन का निरीक्षण करने के बाद एडीएम सिटी को प्रयागराज से आने वाले यात्रियों को ठहरने के लिए स्टेशन के आसपास के लॉन, स्कूल आदि को अधिग्रहित कर होल्डिंग एरिया बनाने के निर्देश दिए हैं। जिलाधिकारी ने स्टेशन पर कम संख्या वाला रैन बसेरा बनाने पर नाराजगी जाहिर की। बनारस स्टेशन पर दो रैन बसेरा बनाया गया है, जिसमें कुल 65- 65 यात्री ठहर सकते है।गंगा स्नान और काशी विश्वनाथ मंदिर में दर्शन करने आए श्रद्धालुओं के सुगम दर्शन व भीड़ प्रबंधन को लेकर दूसरे दिन मंगलवार को जिलाधिकारी एस. राजलिंगम ने गंगा घाट समेत विभिन्न क्षेत्रों में जाकर व्यवस्था का जायजा लिया। पैदल दशाश्वमेध घाट से गोदौलिया और गिरजाघर चौराहे तक श्रद्धालुओं को कतारबद्ध होकर चलते रहने की अपील की। उन्होंने कहा, अनावश्यक भीड़ न लगाएं। जिलाधिकारी दशाश्वमेध घाट से गोदौलिया पैदल चलकर भीड़ को कतारबद्ध् चलने की अपील करते हुए गोदौलिया चौराहे से दशाश्वमेध मार्ग पर रेहड़ी, पटरी वालों को तत्काल हटने के निर्देश दिए। साथ ही सिंधिया घाट और दशाश्वमेध पर बेसहारा पशुओं को देख पशु चिकित्सा अधिकारी को तत्काल रेस्क्यू का निर्देश दिया। जिलाधिकारी ने निरीक्षण के दौरान एनडीआरएफ की मोटर बोट से नमो घाट, त्रिलोचन घाट, शीतला घाट, ब्रह्माघाट, पंचगंगा घाट, रामघाट, भोंसले घाट, सिंधिया घाट, मणिकर्णिका घाट, ललिता घाट, मीरघाट, त्रिपुर भैरवी घाट, मान मंदिर घाट, दशाश्वमेध घाट तक की व्यवस्था को परखा। उन्होंने गोदौलिया और गिरजाघर चौराहे पर अपर पुलिस कमिश्नर डा. एस. चिनप्पा समेत अन्य अधिकारियों संग चलकर व्यवस्था परखी। मौके पर अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश भी दिए।