उत्तर प्रदेशवाराणसी

कंगना रनौत के आपत्तिजनक बयान के खिलाफ किसान कांग्रेस का वाराणसी में विरोध प्रदर्शन

वाराणसी। उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष अजय राय के निर्देश पर, उत्तर प्रदेश किसान कांग्रेस द्वारा भाजपा सांसद कंगना रनौत के किसानों पर दिए गए आपत्तिजनक बयान के विरोध में प्रदेशव्यापी आंदोलन आयोजित किया गया। इस आंदोलन के तहत, वाराणसी मंडल की किसान कांग्रेस ने शास्त्री घाट से एक प्रतिरोध जुलूस निकाला, जो ज़िला मुख्यालय कचहरी तक पहुंचा। वहां, विरोध स्वरूप एसीपी कैंट को ज्ञापन सौंपा गया।

दिनांक 31 अगस्त को उत्तर प्रदेश किसान कांग्रेस ने भाजपा सांसद कंगना रनौत के किसानों पर आपत्तिजनक बयान के विरोध में प्रदेशव्यापी आंदोलन किया। वाराणसी मंडल की किसान कांग्रेस ने शास्त्री घाट से एक प्रतिरोध जुलूस निकाला, जो ज़िला मुख्यालय कचहरी तक पहुंचा, जहां उन्होंने एसीपी कैंट को ज्ञापन सौंपा। शास्त्री घाट पर प्रदर्शन से पहले, वाराणसी के वरिष्ठ अधिवक्ता स्व. देवेन्द्र सिंह के निधन पर सभी उपस्थित लोगों ने दो मिनट का मौन धारण कर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की।

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इस कार्यक्रम का संयोजन किसान कांग्रेस वाराणसी के ज़िलाध्यक्ष दिलीप चौबे ने किया।

किसान कांग्रेस वाराणसी के ज़िलाध्यक्ष दिलीप चौबे ने कहा, “13 महीने तक चले किसान आंदोलन में 400 किसान संगठनों और लाखों किसानों की भागीदारी रही, लेकिन किसी प्रकार की हिंसा नहीं हुई। 700 से अधिक किसानों की शहादत के बावजूद, किसानों ने संयम बनाए रखा और अंततः बिल वापस लेने पड़े। ऐसे में भाजपा सांसद कंगना रनौत का बयान शहीद किसानों और देश के करोड़ों किसानों का अपमान है। यह बयान केवल कंगना का नहीं, बल्कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की किसान विरोधी सोच को भी दर्शाता है। हम किसान कांग्रेस के लोग इस बयान की कड़ी निंदा करते हैं और मांग करते हैं कि खुद नरेंद्र मोदी आगे आकर किसानों से माफी मांगें। अन्नदाताओं का अपमान बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।”

ज़िलाध्यक्ष राजेश्वर पटेल और महानगर अध्यक्ष राघवेंद्र चौबे ने संयुक्त रूप से कहा, “भाजपा सांसद कंगना रनौत का हालिया बयान है कि ‘किसान आंदोलन में लंबी प्लानिंग थी, बांग्लादेश जैसी, और इसके पीछे चीन और अमेरिका जैसी विदेशी शक्तियां काम कर रही हैं।

किसानों को भाजपा नेताओं ने पहले भी अपशब्द कहे हैं, और अब उनकी सांसद अन्नदाताओं को हत्यारे और बलात्कारी तक कह रही हैं। इसका जवाब विधानसभा चुनाव में समझ आएगा। लेकिन राष्ट्रीय सुरक्षा पर सवाल उठाए गए हैं, तो भाजपा और सरकार को जवाब देना ही पड़ेगा। यदि ऐसा नहीं है, तो सांसद कंगना रनौत को माफी मांगनी चाहिए।”

इस कार्यक्रम में राजेश्वर सिंह पटेल, राघवेंद्र चौबे, दिलीप चौबे, प्रजानाथ शर्मा, फसाहत हुसैन बाबू, दुर्गा प्रसाद गुप्ता, अशोक सिंह, सतनाम सिंह, अरुण सोनी, जितेंद्र सेठ, राजीव राम, विनोद सिंह, वकील अंसारी, संतोष मौर्य, अनुराधा यादव, पूनम विश्वकर्मा, वसीम अंसारी, हसन मेहदी कब्बन, आर सी पाण्डेय, अकील अहमद, सुनील राम, धर्मेंद्र तिवारी, रामजी गुप्ता, सुनील विश्वकर्मा, तुफैल अंसारी, मयंक चौबे, साजु पाण्डेय, असलम खान, राजेन्द्र गुप्ता, उमेश चंद गौड़, रोहित दुबे, पीयूष श्रीवास्तव, रामकेश यादव, आसिष केशरी, प्रमोद वर्मा, डिम्पल सिंह, अब्दुल हमीद डोडे, आसिष गुप्ता, मो उज्जैर, विनीत चौबे, आदिल, राकेश चंद्र, भोलानाथ यादव, गुरु प्रसाद, तौफीक कुरेशी, कुँवर बबलू बिंद, रमेश शर्मा, गौरव पाण्डेय समेत सैकड़ों कार्यकर्ता उपस्थित रहे।

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