Varanàsi News : कुंभ कॉन्क्लेव भारत के सबसे प्रतिष्ठित संवादों में से एक

वाराणसी । महाकुंभ 2025 के पूर्वगामी संवाद कार्यक्रम कुंभ कॉन्क्लेव का आयोजन आज वैदिक विज्ञान केंद्र बीएचयू में संपन्न हुआ। कुंभ कॉन्क्लेव भारत के सबसे प्रतिष्ठित संवादों में से एक है जिसे 2019 के प्रयागराज कुंभ के दौरान प्रयागराज कुंभ मेला प्राधिकरण और उत्तर प्रदेश पर्यटन के सहयोग से शुरू किया गया था। उत्तर प्रदेश पर्यटन और प्रयागराज मेला प्राधिकरण कुंभ 2019, प्रयागराज और कुंभ हरिद्वार 2021 के दौरान प्रमुख कार्यक्रम भागीदार थे। इसी क्रम में इस वर्ष भी 25 विभिन्न महानगरों एवम 7 विदेशी स्थलों में कुंभ कॉन्क्लेव आयोजित किए जा रहे हैं। यह आयोजन भारत सरकार के पर्यटन एवम संस्कृत मंत्रालय, उत्तर प्रदेश सरकार के धर्मार्थ कार्य विभाग, संस्कृत विभाग एवम पर्यटन विभाग द्वारा भारत के अग्रणी वैश्विक थिंक टैंक संस्थान इंडिया थिंक काउंसिल के माध्यम से किया जा रहा है। आज काशी कुंभ कॉन्क्लेव का आयोजन इसी उपक्रम का महत्वपूर्ण घटक है। इंडिया थिंक काउंसिल द्वारा विश्व भर में आयोजित किए जा रहे कुंभ कॉन्क्लेव के लिए श्री काशी विश्वनाथ मंदिर न्यास को भी संस्थागत भागीदार के रूप में सम्मिलित होने को लेकर भी आज प्रस्ताव दिया गया।

काशी हिन्दू विश्वविद्यालय स्थित वैदिक विज्ञान केंद्र में आज आयोजित कुंभ कॉन्क्लेव की थीम महाकुम्भ : अमूर्त संस्कृत धरोहर, भारतीय दर्शन और परंपरा में वैश्विक शांति के सूत्र विषय था।गोष्ठी की शुरुआत सायं 02:30 बजे दीप प्रज्जवलन व् स्वस्तिवाचन मंत्रोच्चार से किया गया, जिसके उपरांत प्रो० उपेन्द्र त्रिपाठी (संयोजक, वैदिक विज्ञानं केंद्र) द्वारा सभा की औपचारिक शुरुआत की गयी। तदोपरांत गोष्ठी के मुख्य बिन्दुओं पर इंडिया थिंक काउंसिल के डायरेक्टर श्री सौरभ पाण्डेय द्वारा परिचयात्मक उद्बोधन प्रस्तुत किया गयाI तत्पश्चात पहला कीनोट संबोधन प्रो० वांगचुक दोरजी नेगी, कुलपति, केंद्रीय उच्च तिब्बती अध्ययन संस्थान द्वारा, दूसरा कीनोट संबोधन श्री विश्व भूषण मिश्र, संयुक्त निदेशक, धर्मार्थ कार्य विभाग एवं मुख्य कार्यपालक अधिकारी, श्री कशी विश्वनाथ मंदिर एवं तीसरा कीनोट संबोधन प्रो० सदाशिव द्विवेदी, संयोजक, भारत अध्ययन केंद्र, काशी हिंदू विश्वविद्यालय द्वारा प्रस्तुत किया गया।तत्पश्चात काशी कुंभ कॉन्क्लेव गोलमेज सम्मेलन को विषय विशेषज्ञों द्वारा संबोधित किया गया। प्रो० गिरिजा शंकर शास्त्री, आचार्य, ज्योतिष विभाग, का० हिं० वि०वी०, प्रो० कमलेश झा, पूर्व संकायाध्यक्ष, संस्कृत विद्या धर्म विज्ञान* एवं प्रो० दिनेश चंद्र राय, कुलपति, डॉ बी आर अम्बेडकर विश्वविद्यालय, मुजफ्फरपुर, बिहार* द्वारा विशेषज्ञ संबोधन प्रस्तुत किए गए। तत्पश्चात सभा की अध्यक्षता कर रहे प्रो० आनंद कुमार त्यागी, कुलपति, महात्मा गाँधी काशी विद्यापीठ, वाराणसी* द्वारा अध्यक्षीय संबोधन दिया गया। अंत में गोष्ठी का समापन प्रो० ब्रज भूषण ओझा, न्यास सदस्य, श्री काशी विश्वनाथ मंदिर के धन्यवाद ज्ञापन के साथ संपन्न हुआ। सभा का संचालन इंडिया थिंक काउंसिल के निदेशक श्री सौरभ पाण्डेय ने किया।